Close

शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 81 अंक और फिसला

मुंबई: सूचना प्रौद्योगिकी, बैंक और उपभोग क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स करीब 81 अंक फिसल गया. वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के बावजूद यहां धारणा कमजोर रही. कारोबारियों ने कहा कि रुपये में भारी गिरावट तथा विदेशी कोषों की निकासी से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 80.74 अंक या 0.17 प्रतिशत के नुकसान से 48,093.32 अंक पर आ गया. इसी तरह नेशनल स्टॉक का निफ्टी 8.90 अंक या 0.06 प्रतिशत गिरकर 14,137.35 अंक पर बंद हुआ.

सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन का शेयर सबसे अधिक 2.03 प्रतिशत टूट गया. इसके बाद नेस्ले इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक बैंक के शेयरों में भी गिरावट रही. वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व और एलएंडटी के शेयर 3.75 प्रतिशत तक चढ़ गए. बाजार के व्यापक रुख के उलट बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 1.05 प्रतिशत तक चढ़ गए.

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के हंगामे को वैश्विक बाजारों ने नजरअंदाज किया. डेमोक्रेट द्वारा जॉर्जिया के सीनेट चुनाव में जीत के बाद वॉल स्ट्रीट रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. इस जीत से डेमोक्रेट को अमेरिका की संसद के दोनों सदनों में बहुमत मिल गया है. इससे निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को अपनी नीतियों को आगे बढ़ाने में आसानी होगी.

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘एक बार फिर से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा. बड़े मूल्यांकन अंतर और आमदनी में सुधार की उम्मीद की वजह से निवेशक इन खंडों में लिवाली कर रहे हैं.’’ मोदी ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों पर डेमोक्रेट का नियंत्रण उभरते बाजारों की दृष्टि से अच्छा है. इससे अमेरिका में ऊंचे वित्तीय प्रोत्साहन की उम्मीद बंधी है. उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार के लिए कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे और आगामी आम बजट काफी महत्वपूर्ण रहेगा.

अन्य एशियाई बाजारों में चीन के शंघाई कम्पोजिट, जापान के निक्की और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में लाभ दर्ज हुआ. वहीं हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे. इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.02 प्रतिशत के नुकसान से 54.29 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 20 पैसे टूटकर 73.31 प्रति डॉलर पर आ गया. शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 483.64 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

scroll to top