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कोरोना ने फ्लावर शो पर लगाया ग्रहण

जेएसपीएल की पुष्प उत्पादन एवं बागवानी को याद कर रहे लोग,रायपुर के गांधी उद्यान में प्रत्येक वर्ष जनवरी माह के दूसरे सप्ताह में लगाई जाती रही है प्रदर्शनी, दो साल से फूलों की मनोहारी झांकियों से वंचित हैं छत्तीसगढ़ के लोग

रायपुर।  कोरोना की तीसरी लहर ने राजधानी के गांधी उद्यान में प्रत्येक वर्ष जनवरी के दूसरे सप्ताह आयोजित होने वाले “फ्लावर शो” पर एक बार फिर ग्रहण लगा दिया है। इस शो में  उद्योगपति  नवीन जिन्दल की कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर का सदैव महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कंपनी की ओर से हर बार सौ से अधिक प्रजातियों के पुष्पों की प्रदर्शनी लगाई जाती रही है, जिसका मनोहारी दृश्य देखने पूरे प्रदेश से लोग आते रहे हैं। कोरोना के कारण दो साल से प्रदेश के निवासी इस फ्लावर शो को देखने से वंचित हैं।

छत्तीसगढ़ में ठंड का मौसम काफी लुभावना होता है। यहां इस मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। रायपुर और आसपास के क्षेत्र में स्थित रिजॉर्ट्स में पर्यटकों की खासी तादाद होती है। ऐसे मौसम में गांधी उद्यान में फ्लावर शो उन्हें भी आकर्षित करता रहा है। प्रदेश के अन्य जिलों से भी लोग इस शो को देखने आते रहे हैं।

लगभग 10 साल से यह फ्लावर शो आकर्षण का केंद्र है। करीब दो-तीन माह पहले से ही इसकी तैयारी विभिन्न संस्थाएं शुरू कर देती हैं और विभिन्न आकारों और रंगों के फूल से पूरा गांधी उद्यान सुगंधित हो उठता है।

जाने-माने चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र शुक्ला, शिक्षाविद् मेघेश तिवारी, रिटायर्ड खनिज अधिकारी सुनील पांडेय, शिक्षाविद् अमित राय, छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स की महिला इकाई की संरक्षक आभा मिश्रा, मीनाक्षी टुटेजा आदि का कहना है कि यह फ्लावर शो लोगों को न सिर्फ आकर्षित करता था बल्कि उन्हें अपने घर, बाग आदि को सजाने के लिए प्रेरित भी करता था।

जेएसपीएल तथा आयोजक गण का कहना है कि इस फ्लावर शो में भागीदारी कर हम लोगों में पर्यावरण जागरूकता और स्वच्छता का संदेश भी देते रहे हैं। पिछली बार की तरह ही इस बार भी कोरोना के कारण यह शो रद्द करना पड़ा है, हालांकि संस्थाओं ने इसके लिए पूरी तैयारी कर रखी थी। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी प्राथमिकता लोगों को कोरोना से बचाने की है। उन्होंने मास्क पहनने और कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तन्मयता से पालन करने का आह्वान भी किया।

 

 

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