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अदरक कई परेशानियों का करता है इलाज पर इन स्थितियों में नुकसान भी पहुंचा सकता है, जानें

अदरक मतली और पेट की गड़बड़ी का आम इलाज है. उसके मददगार होने के सबूत हैं. लैब और पशु रिसर्च में अदरक को सैद्धान्तिक रूप से सूजन, ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रोल घटानेवाला पाया गया है, अल्जाइमर की बीमारी के खिलाफ सुरक्षा दे सकता है और ब्लड क्लॉटिंग को रोक सकता है. मानव परीक्षण से इस बात का सबूत मिला है कि अदरक ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कम करने में मदद कर सकता है. लेकिन, कुछ खास स्थितियों में इसके साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं.

अदरक के साथ खास तरह की दवाइयां बुरी तरह प्रतिक्रिया कर सकती हैं. अदरक बिना दवा के डायबिटीज को काबू करने और हाई ब्लड प्रेशर के लिए बहुत उपयुक्त है. उसमें ब्लड शुगर लेवल को कम करने की प्राकृतिक प्रवृत्ति है. लेकिन, डायबिटीज के लिए दवा के तौर पर इंसुलिन इंजेक्शन या मेटफोरमिन इस्तेमाल करनेवालों को ये डॉक्टर के नुस्खे का प्रभाव कम कर सकता है. अगर आप दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो डॉक्टर से हमेशा मात्रा के बारे में मशविरा करें. वरना, आपका ब्लड शुगर लेवल बहुत नीचे उतार सकता है.

लेकिन प्रेगनेन्ट महिलाओं को अदरक से सावधान रहना चाहिए. कुछ विशेषज्ञ चिंता जताते हैं कि ये मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकता है, खासकर बहुत ज्यादा खुराक पर. प्रेगनेन्ट महिलाओं को अदरक सेवन जारी रखने पर बहस का मामला है क्योंकि खतरे की हद की निश्चित मात्रा तय नहीं की गई है. एक तर्क ये है कि अदरक भ्रूण के सेक्स हार्मोन को प्रभावित करता है, जबकि दूसरा वर्ग कहता है कि इसकी पहचान ब्लीडिंग बढ़ाने के तौर पर होती है. इसलिए, दावा किया जाता है कि डिलीवरी के समय अदरक से परहेज करना चाहिए. हालांकि, उन दावों में से अभी तक कोई भी सत्यापित नहीं किया जा सका है. ये कहना सही होगा कि प्रेगनेन्सी के दौरान अदरक के इस्तेमाल पर कुछ शक है. बेहतर है आप अपने डॉक्टर से इस सिलसि

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