बजट 2021-22 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से गोल्ड और सिल्वर पर ड्यूटी 12.5 फीसदी से घटा कर 7.5 फीसदी करने का ऐलान किया गया है. इससे देश में गोल्ड और सिल्वर की मांग बढने की उम्मीद बढ़ गई है. ज्वैलर्स का मानना है कि सरकार के इस फैसले से गोल्ड की मांग बढ़ेगी. हालांकि इससे दाम नहीं बढ़ेंगे. ड्यूटी में कटौती की वजह से गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में कमी आएगी.
गोल्ड स्टोर्स चलाने वाली कंपनियों और ज्वैलर्स का मानना है कि ऊंची ड्यूटी दरों की वजह से गोल्ड की स्मगलिंग काफी बढ़ गई थी. साथ ही इसका गैरकानूनी ट्रांजेक्शन भी हो रहा था. इससे सरकार को रेवेन्यू का घाटा हो रहा था. गोल्ड पर ड्यूटी कम होने से अब इसके कारोबार में पारदर्शिता आएगी और सरकार को रेवेन्यू का घाटा भी नहीं होगा. गोल्ड के दाम में इससे गिरावट दर्ज की जाएगी.
सस्ता होने की वजह से देश में गोल्ड और सिल्वर की खपत भी बढ़ेगी. भारत में हर 800 से 850 टन गोल्ड की आयात होता है. अनुमान है कि 100 से 120 टन सोना देश में ग्रे मार्केट के जरिये लाया जाता है. विश्लेषकों का कहना गोल्ड पर ड्यूटी घटने से गोल्ड ज्वैलरी के एक्सपोर्ट को भी फायदा मिलेगा. गोल्ड ज्वैलरी यूनिटों में काम तेज होने से रोजगार में भी इजाफा होगा.