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देश में सिर्फ 6 जगहों की हवा बेहतर, दिल्ली समेत 35 शहरों की हवा सबसे ख़राब

नई दिल्ली।देश के 186 में से पांच शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब है,वहीं केवल छह शहरों में हवा बेहतर रही, जबकि 46 शहरों की श्रेणी संतोषजनक और 94 में मध्यम रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मंगलवार को जारी को जारी रिपोर्ट में ये आंकड़े जारी किए। जबकि 35 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खराब दर्ज किया गया।

डाउन टू अर्थ की रिपोर्ट में वायु गुणवत्ता सूचकांक का हवाला देते हुए कहा है कि दिल्ली-एनसीआर वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 285 दर्ज किया गया है। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 262, गाजियाबाद में 253, गुरुग्राम में 280, नोएडा में 242, ग्रेटर नोएडा में 254 पर पहुंच गया है। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 177 दर्ज किया गया है, जो प्रदूषण के मध्यम स्तर को दर्शाता है। जबकि कोलकाता में यह इंडेक्स 101, चेन्नई में 92, बैंगलोर में 150, हैदराबाद में 104, जयपुर में 191 और पटना में 267 दर्ज किया गया है।

इन शहरों की हवा साफ
देश के जिन छह शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी बेहतर रहा, उनमें चामराजनगर 41, मैहर 24, नंदेसरी 22, शिवमोगा 47, श्रीनगर 28 और विजयपुरा 46 शामिल रहे। वहीं आगरा, अलवर, अमरावती, अमृतसर, अरियालुर, बागलकोट, बठिंडा, भिलाई, बिलासपुर, चेंगलपट्टू, चेन्नई, चिक्कामगलुरु, कोयंबटूर, गडग, हल्दिया, हापुड़, हसन, हावेरी, जालंधर, झांसी, कांचीपुरम, कन्नूर, खन्ना, कोरबा, कोझिकोड, लुधियाना, मदिकेरी, मंडीखेड़ा, मैसूर, नाहरलगुन, ऊटी, पलवल, पंचकुला, प्रयागराज, पुदुचेरी, रामनगर, रामनाथपुरम, सागर, सतना, सिरसा, टेन्सा, तिरुवनंतपुरम, थूथुकुडी, तिरुपति, उदयपुर और वाराणसी आदि 46 शहरों में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।

क्या है वायु गुणवत्ता सूचकांक
देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है। वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है।

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