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सरायपाली : सरपंच, रोजगार सहायक व अन्य को हटाने पंचगण व ग्रामीणों ने की कलेक्टर से शिकायत

सरायपाली।सचिव, रोजगार सहायक व वास्तुविद के विरूद्ध पंचायत में लाखों रुपए के गबन कर राशि का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत कर कार्यवाही की मांग की गई है। ग्राम पंचायत चारभांठा के पंचगण नेहरू, कमला नायक, परमेश्वर, स्वर्ग साहू, कस्तुरी साहू, उपसरपंच खीरमोती पटेल सहित ग्रामीणों ने कलेक्टर से किए गए शिकायत में उल्लेख किया है कि ग्राम पंचायत चारभांठा के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, वास्तुविद के विरूद्ध पंचायत कार्यों में अनियमितता मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों संबंध में शिकायत की गई थी, जिसमें पंचायत सचिव को जिला पंचायत सीईओ द्वारा निलंबित किया जा चुका है। किंतु सरपंच, रोजगार सहायक व अन्य के विरूद्ध कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है। जबकि, जिला सीईओ व जनपद सीईओ सरायपाली द्वारा शिकायत की जांच की गई तथा शिकायत भी सही पाई गई है। शिकायत सही पाए जाने पर सचिव को तत्काल निलंबित भी किया गया था।

2020-21 में 14 वें व 15 वें वित्त की राशि का पंचों द्वारा हिसाब मांगने पर ग्राम पंचायत मीटिंग बंद कर दिया गया है। सरपंच, सचिव द्वारा सौर उर्जा पानी टंकी में दो के जगह में एक लगाकर दो पानी टंकी का पैसा गबन कर लिया गया, पुलिया निर्माण के नाम पर 1 लाख का गबन, वाटर टैंक के नाम पर 90 हजार, रोड किनारे सिपेच नाली के नाम पर 50 हजार, सीसी रोड के उपर मुरमीकरण कर 1 लाख का गबन, सौंदर्यीकरण के नाम पर, पंचायत में कोई दवा छिड़काव नहीं हुआ है, जिसमें भी 25 हजार का गबन किया गया, पचरी मरम्मत के नाम पर 49 हजार का गबन किया गया है।

इस प्रकार सरपंच, सचिव द्वारा लाखों रूपए गबन किए हैं, जिसमें जनपद अधिकारियों द्वारा पंचनामा बनाया गया है। ग्राम पंचायत के सरपंच, पंचों का हस्ताक्षर भी है, लेकिन सरपंच के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है.जांच भी सही पाया गया था, सचिव हो चुके हैं निलंबित।त्रिकुटी मुड़ा तालाब गहरीकरण के नाम पर शिकायत किया गया था, जिसमें जनपद की टीम एवं जिला सीईओ द्वारा जांच की गई थी। इसमें कुछ भी कार्य नहीं हुआ था। जबकि सिर्फ काम के नाम पर भ्रष्टाचार किया गया है। पश्चात सचिव को निलंबित किया गया। लेकिन इसमें शामिल सरपंच, रोजगार सहायक एवं तकनीकी इंजीनियर पर अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है. यह समझ से परे है। समस्त पंचगण, उपसरपंच एवं ग्रामीणों ने सरपंच, रोजगार सहायक एवं अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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