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बेलटूकरी के कलाकारों की मयूर नृत्य ने छोड़ी छाप

राजिम। राजिम माघी पुन्नी मेला में श्रीकुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर के पास स्थानीय कार्यक्रम के लिए भव्य सांस्कृतिक मंच बना हुआ है जिसमें सुबह 11 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज हो गया। सर्वप्रथम स्वागत नृत्य दयालूराम यादव देवरी, आरंग द्वारा प्रस्तुत किया। पश्चात् बेलटूकरी के देवलाल साहू द्वारा जसगीत झांकी की शानदार प्रस्तुति दी। कलाकारों ने मयूर के वेश में हूबहू मयूर ही दिख रहे थे। जैसे ही इन्होंने नृत्य करना शुरू किया तो दर्शक ताली बजाकर उत्साहवर्धन करते रहे। इनकी प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। कोलियारी लखना के नंद कुमार विश्वकर्मा की रामायण मंडली ने रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों पर शानदार व्याख्यान दिया।

उन्होंने कहा कि राम का चरित्र आज भी प्रासंगिक है। रामायण जीवन जीने की कला सिखाती है इसमें जीवन के सारे रहस्य छिपे हुए है। मधुर भजनों ने मनमोह लिया। धौराभांठा के लखनलाल यादव की पंडवानी ने महाभारत प्रसंग पर प्रस्तुति दी। संकरी धमतरी के लोकमंच के कलाकार जीवन लाल साहू ने छत्तीसगढ़ी गीतों के साथ ही धार्मिक भजनों की प्रस्तुति देकर भावविभोर कर दिया। रामधुनी के कलाकार उत्तम साहू हसदा अभनपुर ने बताया कि पहली बार राजिम पुन्नी मेला में प्रस्तुति दिये है।

आज जो खुशी हुई है, वह कभी नहीं हुई थी। राज्य सरकार ने मंचीय प्रस्तुति में अवसर देकर गांव के कलाकारों का सम्मान किया है। उनके द्वारा रामधुनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ के पारम्परिक लोक गीत गौरा-गौरी, कर्मा, सुआ, ददरिया, पंथी, राउत नाचा आदि की झलकियां दिखाई गई। उत्तम साहू ने बताया कि उनके टीम में कुल 17 कलाकार है तथा पिछले 20 सालों से वह रामधुनी की प्रस्तुति देते आ रहे है। कार्यक्रम का संचालन मनोज सेन एवं दुर्गेश तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संयोजक पुरूषोत्तम चंद्राकर एवं शीतल चैबे ने बताया कि 17 फरवरी को क्रमांक 2 मंच पर रामायण शिवा सुरदास, लोकरागनी मानस परिवार बरभांठा महासमुंद, पंथी सतनाम मंगल भजन राजेश बंजारे रिको पलौद, डंडा नृत्य धनजी राम फुलझर छुरा, जसगीत जगराता डोमेश सेन टोकरो अभनपुर, जय मां शारदा महिला मानस परिवार भुनेश्वरी ठाकुर मगरलोड की प्रस्तुति होगी।

 

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