Close

पांचों राज्यों के चुनाव में शामिल होने वाले सभी अधिकारियों को दी जाएगी कोरोना वैक्सीन, पढ़ें अन्य जरूरी बातें

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और पुदुचेरी में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है. कोरोना काल के बाद से पहली बार एक साथ चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव होने जा रहे हैं.

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा चुनावी तारीखों का एलान करते हुए कहा, चुनावों के दौरान कोरोना की गाइडलाइन्स का पूरी तरह पालन किया जाएगा. इस दौरान कोरोना के योद्धाओं को सलाम भी किया जाएगा. सभी चुनाव कोरोना को ध्यान में रखते हुए ही कराए जाएंगे.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी राज्यों के चुनावों में शामिल होने वाले अधिकारियों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. उन्होंने कहा कि आयोग के अधिकारियों को चुनाव से पहले वैक्सीन लगाए जाएंगे. कोरोना काल की वजह से चुनाव आयोग ने सभी राज्यों में लगभग 30 फीसदी मतदान केंद्र बढ़ा दिए हैं.

सुनील अरोड़ा ने बताया कि पुदुचेरी, केरल और तमिलनाडू में चुनाव एक ही चरण में होंगे. तीनों राज्यों में 6 अप्रैल को वोटिंग होगी और चुनावी नतीजे 2 मई को आएंगे. वहीं असम में तीन चरणों में और बंगाल में आठ चरणों में चुनाव होंगे. सभी राज्यों के चुनाव के नतीजे 2 मई का आएंगे.

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि पांच राज्यों में इस बार 18 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. कुल 824 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. उन्होंने बताया कि असम में 33 हज़ार पोलिंग स्टेशन होंगे.

इस बार के चुनाव के लिए तमिलनाडु में 66 हज़ार मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने जानकारी दी कि इस बार पश्चिम बंगाल में 1 लाख 1 हज़ार 916 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. कोरोना काल की वजह से चुनाव आयोग ने सभी राज्यों में लगभग 30 फीसदी मतदान केंद्र बढ़ा दिए हैं.

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने जानकारी दी है कि इस बार वोटिंग का वक्त एक घंटा बढ़ाया गया है. चुनाव आयुक्त ने बताया कि डोर टू डोर कैंपेन के दौरान पांच से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे.

सुनील अरोड़ा ने कहा कि उम्मीदवार समेत पांच लोगों को प्रचार के लिए डोर टू डोर कैंपेन की इजाज़त होगी. उन्होंने कहा कि बंगाल समेत दूसरे राज्यों में भी सीआरपीएफ की तैनाती होगी और सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए जाएंगे.

पांचों राज्यों के संवेदनशील बूथों पर सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाएगा. उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों के लिए नामांकन भरने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी होगी.

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि सभी राज्यों के लिए स्पेशल पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं.

पांचों राज्यों के चुनाव में त्योहार के दिन मतदान नहीं होगा.

सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी है कि केरल में पहले 21,498 चुनाव केंद्र थे, अब वहां चुनाव केंद्रों की संख्या 40,771 होगी. पश्चिम बंगाल में 2016 में 77,413 चुनाव केंद्र थे अब 1,01,916 चुनाव केंद्र होंगे.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार में कई अधिकारी कोरोना कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे, इसके बावजूद वे चुनाव तैयारियों को देखते रहे.

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इस बात की भी जानकारी दी कि वो अपने कार्यकाल में आखिरी बार चुनावी तारीखों का एलान कर रहे हैं.

scroll to top