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जी-20 वसुधैव कुटुम्बकम: भारत के युवा सांस्कृतिक राजदूत

रायपुर। जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट – एंगेजिंग यंग माइंड्स का सफलता पूर्वक आयोजन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के तहत भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और विकासशील देशों के अनुसंधान एवं सूचना प्रणाली संस्थान द्वारा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय को चुना गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दिलीप सिन्हा, पूर्व राजनयिक, भारत सरकार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया, तत्पश्चात सरस्वती वंदना, कुलगीत और अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिलीप सिन्हा ने जी-20 जो 19 देषों एवं यूरोपीयन यूनियन के समस्त देषों का एक अंतर सरकारी मंच है। यह मंच वैष्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 प्रतिषत, वैष्विक व्यापार के 75 प्रतिषत से अधिक और विष्व जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करती है।

जिसकी अध्यक्षता भारत द्वारा 1 दिसम्बर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक किया जा रहा है, इसपर एक विशेष व्याख्यान दिया और जी-20 के एक भाग के रूप में अपने अनुभव साझा किए। और कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के द्वारा किये जा रहे कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देष्य से अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए अंतर सरकारी प्रमुख मंच के रूप में जी-20 की स्थापना 1999 में की गई है। जो अपने उद्देष्यों के अनुकूल कार्य कर रहा है। भारत की जी-20 की अध्यक्षता का विषय -’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ या ’’एक पृथ्वी। एक परिवार। एक भविष्य’’ है। इस उद्देष्य के महत्व एवं कार्य प्रणाली के बारे में प्रबुद्ध नागरिकों और विद्यार्थियों के बीच जनजागरूकता लाने के उद्देष्य से देष भर के विभिन्न विष्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।


कुलपति, रविवि केशरीलाल वर्मा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के महत्व पर
अपने विचार व्यक्त किए और अनुभव साझा किया कि किस प्रकार हमारा विश्वविद्यालय इसका हिस्सा बना। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि  प्रदीप शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार, छत्तीसगढ़ सरकार ने जी-20 का भारत को अध्यक्षता प्राप्त होने और इसके महत्व पर अपने विचार साझा किए। अन्य वक्ताओं में प्रोफेसर कन्हैया आहूजा, निदेशक, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर (म.प्र.) ने वर्तमान संदर्भ में जी-20 देषों एवं भारत के महत्व के बारे में बताया और 2030 के सतत् विकास लक्ष्यों के प्रति अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तरी सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों द्वारा प्रष्न पूछे गये जिनका उत्तर विषय विषेषज्ञों ने दिया।

इसके बाद डॉ. सायंतन घोषाल, सलाहकार, आरआईएस, नई दिल्ली द्वारा समापन टिप्पणी दी गई। इसके पूर्व जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के एक भाग के रूप में रविवि के विभिन्न अध्ययनषालाओं के विद्यार्थियों के लिए निबंध लेखन, वाद-विवाद, तत्कालिन भाषण जैसे विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था जिनके विजेताओं को जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्लेटफॉर्म में सम्मानित किया गया, साथ ही प्रतियोगिताओं के निर्णायकों और गणमान्य व्यक्तियों को भी उनके विषिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अर्थशास्त्र अध्ययनषला के विभागाध्यक्ष एवं जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट स्टडीज के नोडल अधिकारी प्रो. रवींद्र ब्रह्मे ने स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम के अंत में डॉ. शैलें कुमार पटेल, कुलसचिव, रविवि ने धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की। इस कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के लगभग 800 विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों और रविवि के अधिकारी-कर्मचारी सम्मिलित हुए।

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