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छत्तीसगढ़ में कोरोना विस्फोट,लॉकडाउन के संकेत

छत्तीसगढ़ में होली के एक दिन बाद ही कोरोना विस्फोट हुआ है। कोरोना संक्रमण के ताजा आंकड़ों ने सरकार को हिलाकर रख दिया है।  प्रदेश में मंगलवार को  3 हजार 108 नये कोरोना संक्रमित सामने आये हैं। वहीं 24 घंटाें के भीतर 29 मरीजों की जान चली गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों ने कोरोना वॉयरस के नये वेरिएंट के उदय की आशंका जाहिर की है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने  कहा कि संक्रमण की यह बहुत गंभीर स्थिति है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कल कम टेस्ट हुये थे। उसमें भी दुर्ग में 45.9 प्रतिशत लोग पॉजिटिव पाये गये। यानी वहां टेस्ट कराने वाले प्रत्येक दो व्यक्तियों में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। यह स्थिति बहुत गंभीर है। यह एक दिन का आंकड़ा है। अगर ऐसा ही सामान्य तौर पर आने लगे तो सरकार को लॉकडाउन पर गंभीरता से विचार करना चाहिये। हालांकि सिंहदेव ने यह भी कहा, सैद्धांतिक तौर पर देखें तो दुनिया में पहले लॉकडाउन हुए हैं। लॉकडाउन आज भी हो सकता है। लेकिन लॉकडाउन को लेकर दुनिया ने यह अनुभव किया है कि यह समस्या का हल नहीं है। बहुत गंभीर स्थिति बन तो ऐसा किया जा सकता है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार देर रात जारी आंकड़ों में कोरोना के भयावह होते जाने की कहानी दिखती है। मंगलवार को 3 हजार 108 मरीजों का पता चला। वहीं 987 लोगों को अस्पतालों और होम आइसोलेशन से छुट्‌टी दी गई। इनको मिलाकर प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 22 हजार 57 हो गई है। मरीजों का यह आंकड़ा 2021 में एक दिन में मरीजों की दूसरी सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 27 मार्च को 3 हजार 162 मरीजों का आंकड़ा आया था। प्रदेश में एक दिन में सर्वाधिक मरीजों का आंकड़ा 3 हजार 896 है, जो पिछले वर्ष 26 सितम्बर को सामने आया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डॉ. प्रणित कुमार फटाले ने चेतावनी दी है कि वायरस के उच्च संचरण से नए वेरिएंट का उदय हो सकता है। केवल टीके से ही इससे बचा जा सकता है। यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. श्रीधर प्रह्लाद ने कहा है, अगर बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ या किसी अन्य असुविधा के लक्षण दिखता है तो लोगों को अपनी जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा, लोगों को कोविड-19 की जांच से परहेज नहीं करना चाहिये।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश भर में औसत पॉजिटिविटी दर को भी चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा, मार्च महीने के पहले सप्ताह में राज्य का पॉजिटिविटी रेट 0.99 प्रतिशत था। दूसरे सप्ताह में यह थोड़ा बढ़कर 1.6 प्रतिशत तक पहुंचा। तीसरे सप्ताह में यह 1.8 प्रतिशत था लेकिन चौथे सप्ताह में यह 6 प्रतिशत पर चला गया है। उन्होंने कहा 7 मार्च से 28 मार्च के बीच पॉजिटिविटी रेट के एक प्रतिशत से 6 तक बढ़ते चला जाना बड़ी चिंता का विषय है।

होली के दिन भयावह आंकड़े

सोमवार को होली थी। प्रदेश भर में कोरोना के कुल 8 हजार 283 टेस्ट हुये। लेकिन जो परिणाम आये वह भयावह थे। प्रदेश भर में 1423 नये संक्रमण के मामले सामने आये। इसमें से तमाम एक-दो दिन पहले किये गये टेस्ट की रिपोर्ट से आये हैं। कुछ जिलों में यह आंकड़े सामान्य की सीमा से अधिक दिखे। दुर्ग जिले में 1108 टेस्ट में 509 पॉजिटिव मिले यानी करीब 46 प्रतिशत। बेमेतरा में 73 टेस्ट में 38 पॉजिटिव माने 50 प्रतिशत से अधिक। बलौदा बाजार में 31 जांच हुई वहीं 10 पॉजिटिव मिले। दर 30 प्रतिशत। वहीं बिलासपुर और कबीरधाम में यह दर 20 प्रतिशत रही। रायपुर में टेस्ट नहीं हुये लेकिन पिछले दिनों के टेस्ट के परिणाम आये। कुल 442 लोग पॉजिटिव पाये गये।

कई जिलों में नाइट कर्फ्यू

संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए 28 मार्च की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया था। स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार इसका फैसला करने के लिये कलेक्टरों को अधिकृत किया गया था। आज शाम तक प्रदेश के जशपुर, सूरजपुर, अम्बिकापुर रायपुर और दुर्ग ने नाइट कर्फ्यू का आदेश जारी कर दिया था।

रायपुर-दुर्ग में ही 20 मौतें

बीते 24 घंटाें के दौरान प्रदेश के 29 लोगों की कोरोना की वजह से जान गई है। इनमें से 20 मौतें रायपुर और दुर्ग जिले में ही हुई हैं। रायपुर जिले में 16 मौत हुई है। यह मौतें शहर के डीडी नगर, कोटा, सिलतरा, कृष्णा नगर, बिरगांव, चंगोराभाठा, ईदगाहभाठा, एश्वर्या किंगडम, प्रेमनगर और मोहरेंगा क्षेत्र के मरीजों की हुई है। दुर्ग जिले में चार मौतें केवल भिलाई से हुई हैं। शेष दो मरीज दुर्ग और बोरवाय के थे।

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