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महंगाई से बचने के लिए जानिए क्या नया जुगाड़ कर रही हैं कंपनियां, इन खर्चों में होगी बड़ी कटौती

कमोडिटीज की कीमतें बढ़ने से एफएमसीजी कंपनियां (FMCG Company) इससे निपटने का ये पुराना तरीका नई तरह से अपना रही हैं. वे उत्पादों को महंगा करने के बजाय पैकेट में कम सामान रख रही हैं. इससे ग्राहकों को पुराने भाव पर कम वजन में चीजें मिलने लगी हैं.

इसके अलावा, एफएमसीजी कंपनियां कुछ उत्पादों के सस्ते पैक भी ला रही हैं और विज्ञापनों पर होने वाले खर्च भी घटाने पर तेजी से अमल कर रही हैं. रूस-यूक्रेन से कई कमोडिटी काफी लंबे समय से महंगी हैं. इसके साथ ही इंडोनेशिया से पाम तेल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध से कंपनियों की चिंता और बढ़ गई है. कंपनियों की कमाई पर इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है.

इन पर सबसे ज्यादा असर

जिन उत्पादों पर महंगाई की ज्यादा मार पड़ रही है, उसमें बिस्कुट, चिप्स, आलू भूजिया, छोटे-छोटे साबुन, चाकलेट और नूडल्स शामिल हैं. इनका रोजाना घरों में इस्तेमाल होता है. पारले प्रोडक्ट के कैटेगरी प्रमुख मयंक शाह ने कहा कि कम वजन वाले पैकेट की बिक्री ज्यादा हो रही है.

आलू भुजिया में 13 ग्राम की कटौती

हल्दीराम ने आलू भुजिया के पैक का वजन 13 ग्राम घटाकर 42 ग्राम कर दिया है. पारले जी ने 5 रुपये वाले बिस्कुट का वजन 64 से घटाकर 55 ग्राम कर दिया है तो विम बार के वजन में 20 ग्राम की कमी की गई है. यह अब 155 की जगह 135 ग्राम हो गया है.

इस नमकीन ने वजन आधा किया

बीकाजी ने 10 रुपये वाले नमकीन का पैकेट आधा कर दिया है. पहले यह 80 ग्राम का होता था जो अब 40 ग्राम का हो गया है. वहीं ज्यादातर कंपनियों ने हैंडवॉश का वजन भी 200 एमएल से घटाकर 175 एमएल कर दिया है.

25 से 33 प्रतिशत का योगदान

ज्यादातर एफएमसीजी कंपनियों के कारोबार में एक से 10 रुपये वाले छोटे पैक का योगदान 25-35 प्रतिशत होता है. बड़े पैक पर वे कीमतें तो बढ़ा देती हैं, पर छोटे पैक पर कीमतें बढ़ाना घाटे का सौदा होता है.

शहरों में कीमत बढ़ी गांवों में वजन घटा

डाबर इंडिया ने कहा, शहरी क्षेत्रों में ग्राहक ज्यादा कीमत दे सकता है, वहां उत्पाद महंगे किए गए हैं. गांवों में पैकेट का वजन घटाया गया है क्योंकि यहां एक रुपये, 5 रुपये और 10 रुपये वाले पैकेट ज्यादा बिकते हैं. महंगाई में निकट समय में राहत नहीं दिखने से अब कंपनियां ब्रिज पैक भी पेश कर रही हैं, जिसका मतलब दो कीमत वाले उत्पाद को एक में मिलाकर पेश करने से है.

एचयूएल का खास तरीका

हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने कहा कि महंगाई से निपटने के लिए वह ब्रिज पैक की रणनीति अपना रही है. इमामी के कुल कारोबार में छोटे पैक का योगदान 24 प्रतिशत है. ब्रिटानिया ने कहा कि उसके कारोबार में 5 और 10 रुपये वाले उत्पाद 50-55 प्रतिशथ का योगदान करते हैं.

 

 

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