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बच्चों के लिए कब तक आएगी कोरोना वैक्सीन? एक्सपर्ट से जानिए सभी सवालों के जवाब

खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने फाइजर-बायोएनटेक द्वारा बनाए गए कोविड-19 टीके का इस्तेमाल 12-15 साल के किशोरों पर करने के लिए इसके आपातकालीन प्रयोग का दायरा बढ़ा दिया है. ‘रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र’ ने 12 मई को उनकी सलाहकार समूह की बैठक के बाद इस आयु समूह पर इस्तेमाल करने की सिफारिश का अनुसरण किया है. द अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडियर्टिक्स इस फैसला का समर्थन करती है.

डॉ डेबी-एन शर्लेी वर्जीनिया विश्वविद्यालय में बाल चिकित्सा की एसोसिएट प्रोफेसर हैं और बाल संक्रमण रोग में विशेषज्ञ हैं. यहां वह बच्चों को कोविड-19 का टीका लगवाने को लेकर अभिभावकों की चिंताओं का जवाब दे रही हैं.

बिल्कुल काम करता है. फाइजर-बायोएनटेक की ओर से हाल में जारी आंकड़ें दिखाते हैं कि कोविड-19 टीका इस आयु समूह में वाकई में अच्छी तरह से काम करता हुआ दिखता है. कोविड-19 टीका अमेरिका में 12-15 साल के किशोरों पर चल रहे क्लीनिकल ट्रायल में कोविड-19 लक्षणों को रोकने में 100 फीसदी कारगर पाया गया है. किशोरों ने टीके की प्रतिक्रिया में बड़ी संख्या एंटी बॉडी बनाई और उनका रोग प्रतिरोधक उतना ही मजबूत था जिनता 16-25 साल के नौजवानों में देखा गया है.

अबतक कोविड-19 टीका किशोरों में सुरक्षित प्रतीत हुआ है. अमेरिका में जितने टीकों को इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है, उनपर सब पर गहन अध्ययन किया गया है लेकिन हम यह मान लेना नहीं चाहते हैं कि बच्चे छोटे वयस्क होते हैं. यही कारण है कि स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उपयोग की सिफारिश करने से पहले बच्चों में इन टीकों का सावधानीपूर्वक अध्ययन करना महत्वपूर्ण है. मौजूदा अध्ययन बच्चों पर टीकाकरण को लेकर बारीक नजर रखना जारी रखेंगे और मजबूत सुरक्षा निगरानी से दुर्लभ या अप्रत्याशित चिंताओं को उभरने पर उन्हें तेजी से पहचानने में मदद मिलेगी.

फिलहाल, अमेरिका में सामने आ रहे साप्ताहिक कोविड-19 मामलों में बच्चों की संख्या करीब एक चौथाई है. बच्चों में कोविड-19 के कारण गंभीर बीमारी होना दुलर्भ है पर यह होती है और हजारों बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है और अमेरिका में कम से कम 351 बच्चों की मौत हुई है. टीकाकरण बच्चों में संक्रमण को गंभीर रूप लेने से रोकेगा.

टीकाकरण के बाद मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं. सबसे सामान्य दुष्प्रभाव इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द और सूजन हो सकती है. अन्य सामान्य दुष्प्रभाव में थकान और सिर में दर्द शामिल है. युवाओं की तरह ही, कुछ किशोरों को बुखार, सर्दी लगना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है और ये टीके की दूसरी खुराक के बाद बहुत सामान्य है. ये दुष्प्रभाव कम समय के लिए होते हैं और ज्यादातर लोगों में एक-दो दिन में चले जाते हैं.

फाइजर-बायोएनटेक के क्लीनिकल ट्रायल में टीके से संबंधित कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव रिपोर्ट नहीं हुए हैं. बुजुर्गों में गंभीर एर्लेजिक प्रतिक्रिया दुलर्भ रूप से रिपोर्ट हुई है. अगर किसी को टीके से या टीके में शामिल किसी तत्व से एलर्जी के बारे में जानकारी है तो उसे टीका नहीं लेना चाहिए. अगर आपके बच्चे को ऐसा कुछ है तो आप टीका देने वाले शख्स को इस बारे में बताएं ताकि टीकाकरण के बाद आपके बच्चे को 30 मिनट तक निगरानी में रखा जा सके.

कोविड-19 टीका निर्माताओं ने बच्चों पर टीके का परीक्षण शुरू कर दिया है या शुरू करने की योजना बना रहे हैं. जब और सूचना उपलब्ध होगी तो टीका उपयोग करने की सिफारिशें बदल सकती हैं. 2-11 साल उम्र के बच्चों को इस साल के अंत तक टीका लगवाने की इजाजत मिल सकती है.

कोविड-19 टीके में कोविड-19 का जीवित वायरस नहीं होता है, लिहाजा इससे कोविड-19 नहीं हो सकता है. टीकाकरण आपको और आपके बच्चे, दोनों को कोविड-19 से बचाएगा. अध्ययन से पता चला है कि टीका लगवा चुकी गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली मांएं अपने नवजात को सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा दे सकती है. यह टीकाकरण का एक और फायदा है.

 

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