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बिटकॉइन की कीमत में अब तक की सबसे भारी गिरावट, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में गिरावट की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले 24 घंटे में भारी बिकवाली के कारण बिटकॉइन की कीमत में 30 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज हुई है. एक महीने पहले जिस बिटकॉइन की कीमत 66 हजार डॉलर तक पहुंच गई थी, अब इसकी कीमत 30 हजार डॉलर तक नीचे आ गई है. चीनी बैंक और टेस्ला के बयान के बाद बिटकॉइन का यह हाल हुआ है. चीन पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने किसी भी तरह की क्रिप्टोकरेंसी को लेने को प्रतिबंधित कर दिया है. इसके अलावा टेस्ला ने भी अपनी कार के बदले क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को लेने पर रोक लगा दी है.

यही नहीं, अन्य क्रिप्टोकरेंसी का भी यही हाल है. क्वॉइन मैट्रिक्स के मुताबिक बिटकॉइन की कीमत बुधवार को सुबह 30,001.51 डॉलर पर आ गई जबकि अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार शाम 6 बजकर 20 मिनट पर इसकी कीमत 36,901.54 डॉलर थी. अन्य क्रिप्टोकरेंसी में इथेरियम की कीमत इसी समय 2501.40 डॉलर थी. डोजीक्वॉइन की कीमत भी बुधवार को 30 प्रतिशत घट गई.

बाजार के विश्लेषकों का मानना है कि बिटकॉइन की कीमत 30 हजार डॉलर से भी नीचे आने वाली है. बुधवार को भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के क्रेश होने के बाद लाखों यूजर को खरीद-बिक्री करने में परेशानी हुई. भारी परेशानी के बाद जब यूजर ने सोशल मीडिया पर अपना आक्रोश दिखाना शुरू किया तो वजीरएक्स ने ट्वीटर पर लिखा हमें पता चला है कि आपको कारोबार करने में परेशानी हो रही है. हम इस मामले को देख रहे हैं और यथाशीघ्र इस समस्या का समाधाना खोजने की कोशिश कर रहे हैं. बाद में इसी ट्वीट को एक्सचेंज के फाउंडर निश्चल शेट्टी ने भी रीट्वीट किया.

क्रिप्टोकरेंसी की कीमत गिरने के कई कारण हैं. पिछले सप्ताह टेस्ला ने घोषणा की कि वह पर्यावरणीय कारण से अपनी कार के बदले बिटकॉइन स्वीकार करने की अपनी पूर्व की घोषणा से पीछे हट रहे हैं. चूंकि कंपनी ने करीब 1.5 अरब डॉलर की रकम बिटकॉइन में लगाया है, इसलिए ग्राहकों के मन में यह भी बात आ गई कि टेस्ला अपने बिटकॉइन को बेच लेगा. हालांकि टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने बाद में घोषणा की कि टेस्ला बिटकॉइन को नहीं बेचेगा. जेब पे के सीईओ अविनाश शेखर ने बताया कि बिटकॉइन 40 प्रतिशत तक नीचे आ सकता है. बाजार में इस भारी बिकवाली के कारण शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए मुनाफा वाला हो सकता है लेकिन स्थायी निवेशक बिकवाली के इस दौर में बिटकॉइन को खरीदकर रख सकता है. सुधार की गुंजाइश पर कुछ विश्लेषकों का कहना है कि बिटकॉइन की कीमत 40 हजार डॉलर तक जा सकती है.

 

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