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चक्रवात यास के कल सुबह धमरा बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका

भुवनेश्वर/ कोलकाता: चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि ‘यास’ के मंगलवार शाम तक बहुत भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की और चांदबाली में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है. उन्होंने कहा कि चक्रवात के दस्तक देने के छह घंटे पहले और बाद तक इसका गंभीर असर देखने को मिलेगा. चक्रवात यास के चलते कई जगहों पर तेज हवाएं चल रही है और बारिश हो रही है.

1. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गृह राज्य मंत्री डी एस मिश्रा को राज्य के उत्तरी हिस्से में हालात की निगरानी करने के लिए बालासोर भेजा है. तटवर्ती जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम तेजी से हो रहा है और दोपहर तक 50,000 लोग सुरक्षित शिविरों में चले गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि ‘यास’ के तट तक पहुंचने के बहुत पहले ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

2.  चक्रवात के दस्तक देने के दौरान समुद्र में 2-4.5 मीटर की लहरें उठने के अनुमान के चलते लोगों को को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. आईएमडी ने मंगलवार सुबह नौ बजकर 10 मिनट पर जारी अपने बुलेटिन में कहा कि ‘यास’ के अगले 12 घंटे में उत्तर-पश्चिमोत्तर दिशा में बढ़ने की संभावना है.

3. आईएमडी ने कहा कि यह प्रवाह पिछले छह घंटे के दौरान 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिमोत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है. सुबह साढ़े पांच बजे यह यह पारादीप (ओडिशा) से करीब 320 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और दीघा (पश्चिम बंगाल) से 420 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में था.

4. ओडिशा के मयूरभंज जिले और पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों में हवा की रफ्तार 100-120 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है.

5. ओडिशा के पुरी, कटक, खुर्दा और जाजपुर जिले और पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर और उत्तरी 24 परगना जिलों में 80-90 किलोमीटर रफ्तार की हवाएं 110 किलोमीटर तक पहुंच सकती हैं.

6. मौसम विभाग ने अगली सूचना तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी बुधवार तक कई पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात ‘यास’ के लिए अपनी तैयारियों के तहत ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अब तक की सबसे अधिक टीमों को तैनात किया है.

7. पांच राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में तैनाती के लिए एनडीआरएफ की कुल 112 टीमों को तैयार किया है. ओडिशा में सबसे अधिक 52 और पश्चिम बंगाल में 45 टीमों को तैनात किया गया है. इनके अलावा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बाकी टीमों को तैनात किया गया है.

8. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्होंने राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि यास पर नजर बनाए रखने के लिए रात में नबन्ना (सीएम ऑफिस) में ही रुकेंगी.

9. मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा था कि पश्चिम बंगाल के कम से कम 20 जिलों को प्रभावित करने वाला है. ये जिले हैं- कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, बांकुरा, बीरभूम, नदिया, पश्चिम और पूर्व बर्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, मुर्शिदाबाद, झारग्राम और पुरुलिया. इसी के मद्देनजर एनडीआरएफ ने अब तक 8,09,830 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है.

10. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समुद्र और तटवर्ती क्षेत्रों से लोगों के बचाव के साथ कोविड-19 अस्पतालों की सुरक्षा समेत चक्रवात यास को लेकर तैयारियों की सोमवार को समीक्षा की थी.

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