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अनलॉक के बाद MSME सेक्टर में तेजी का अनुमान, 66% ने कहा- अगले तीन महीने होम डिलीवरी से करें शॉपिंग- सर्वे

नई दिल्ली: भारत कोरोना की दूसरी लहर का करह अब धीरे धीरे कम हो रहा है. लेकिन 1 अप्रैल से लेकर 15 मई के बीच देश में कोरोना ने हाहाकार मता दिया. एक दिन में कोरोना के नए केस का आंकड़ा चार लाख को भी पार कर गया. इसके पीछे कोरोना का नया डेल्टा वैरिएंट बताया जा रहा है. बढ़ते कोरोना के चलते लोगों को अस्पताल, ऑक्सीजन, बेड और दवाइयों को लेकर भी समस्या का सामना करना पड़ा. इस दौरान कई राज्यों ने लॉकडाउन का भी एलान कर दिया. कोरोना के खिलाफ उठाए गए कदमों के चलते अभी राहत है आज 66 दिन बाद कोरोना का ग्राफ एक लाख केस से नीचे आया है.

लॉकडाउन के दौरान राज्यों ने सिर्फ सब्जी, फल, दवाइयों समेत सिर्फ जरूरी सेवाओं की ही इजाजत दी थी. इसके अलावा जिन लोगों को किसी और सामान की जरूरत थी, उन्हें काफी तकलीफों का सामना उठाना पड़ा. बच्चों की किताबों, पंखा, कूलर वर्क फ्रॉम होम के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान जैसे लैपटॉप और मोबाइल भी लोगों को नहीं मिल पाए. 50-60 दिन के इस लॉकडाउन ने उन छोटे उद्योगों, खुदरा दुकानदारों और व्यापारियों पर जबल मार की जो 2020 के बाद से ही अपने धंधे को लेकर टूटे हुए थे.

अब जब कोरोना की दूसरी लहर वापस जा रही है और राज्यों ने धीरे धीरे अनलॉक कर दिया है. ऐसे में सर्वे एजेंसी लोकल सर्किल एक सर्वे किया है, इस सर्वे में जाना गया कि भारत के घरों में अब किन तीजों की ज्यादा जरूरत है और अगले तीन महीने में वे कौन  से सामान खरीदने की सोच रहे हैं. इसके साथ ही लॉकडाउन खुलने के बाद वे कौन कौन कोन सी सेवाओं का उपयोग करेंगे. सर्वे में देश के 303 गावों में से 40 हजार लोगों ने हस्सा लिया.

सर्वे की मुख्य बातें

  • सर्वे में शामिल 51 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वो आने वााले तीन महीनों में बच्चों की किताबें, स्टेशनरी, जगनें और ऑनलाइन क्लास के लिए जरूरी सामान खरीदेंगे
  • 45 घरवालों ने कहा कि वे वर्क फ्रॉम होम में इस्तेमाल होने वाले गैजेट जैसे लैपटॉप और मोबाइल खरीदेंगे, इसके अलावा इलेक्ट्रिक अपलाइंस और हम फर्निशिंग के सामान खरीदने की बात कही,.
  • सर्वे में शामिल 66 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अगले तीन महीने में होम डिलीविरी के जरिए शॉपिंग करेंगे. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके.
    सर्वे के मुताबिक एमएसएमई सेक्टर में डिमांड बढ़ने वाली है लेकिन इसके लिए व्यापारियों को जल्द जल्द होम डिलीविरी का मॉडल अपनाना पड़ेगा.

 

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