महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एकनाथ शिंदे लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। गुरुवार शाम 7.30 बजे शिंदे अकेले शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिंदे को हिंदुत्व के लिए समर्थन दिया है। पार्टी सरकार में शामिल होगी, लेकिन फडणवीस इसका हिस्सा नहीं होंगे।
जनता ने महाविकास अघाड़ी को बहुमत नहीं दिया था
देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जनता ने महाविकास अघाड़ी को बहुमत नहीं दिया था। चुनाव के बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी। शिवसेना ने हमारे साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे के विचारों को भी ताक पर रख दिया।
औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का फैसला भी तब लिया जब सरकार जाने को थी। इसका कोई मतलब नहीं है। यह फैसला नई सरकार को लाना होगा। जो लोग हमसे हारे हैं उन्हें सरकार में लिया गया है। इसलिए इन लोगों ने फैसला लिया कि हमें गठबंधन मंजूर है लेकिन कांग्रेस ,एनसीपी के साथ नहीं।
देवेंद्र जी कैबिनेट में नहीं होंगे लेकिन हमें मार्गदर्शन देते रहेंगे
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एकनाथ शिंदे ने कहा- बाला साहेब के हिंदुत्व और राज्य का विकास के एजेंडा के साथ हम साथ आए हैं। हम पिछली सरकार में रहते हुए भी कुछ कर नहीं पा रहे थे। इसमे किसी का कोई स्वार्थ नहीं है। बड़ी पार्टी होते हुए भी बीजेपी ने मुझे मौका दिया। देवेंद्र जी ने बड़ा दिल दिखाया। इसके लिए देवेंद्र जी का शुक्रगुजार हूं। मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री अमित शाहजी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का शुक्रगुजार हूं।
देवेंद्र जी कैबिनेट में नहीं होंगे लेकिन हमें मार्गदर्शन देते रहेंगे। एक तरफ बड़े-बड़े नेता हैं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे जैसे कार्यकर्ता को मौका दिया जा रहा है। एक मजबूत सरकार हम लोगों को देखने को मिलेगी। यह सरकार देश में एक मिसाल होगी। सहयोगियों को भी धन्यवाद देता हूं। मैं छोटा कार्यकर्ता हूं। लेकिन 50 विधायकों ने मुझमें जो भरोसा दिखाया है। उस भरोसे को मैं एक खरोच भी नही आने दूंगा। केंद्र सरकार महाराष्ट्र को मदद करेगी। इससे राज्य का विकास होगा।
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