रायपुर/दिल्ली। गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए कांग्रेस के आला पदाधिकारियों की बैठक दिल्ली में हुई है। बैठक में छत्तीसगढ़ कांग्रेस को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। भूपेश बघेल मंत्रिमंडल के चार मंत्रियों को लोकसभावार जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी से मिली जानकारी अनुसार इनमें उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल को साबरकांठा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम को अहमदाबाद, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को खेड़ा और नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया को सूरत लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बता दें कि गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर हर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। इसी के तहत कांग्रेस ने चुनाव से पहले 37 पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। इनमें छत्तीसगढ़ के अलावा विभिन्न राज्यों के विधायकों को कांग्रेस ने जिम्मेदारी सौंपी है। ज्यादातर पर्यवेक्षक राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से हैं।
चुनाव को लेकर कांग्रेस टॉस्क फोर्स की सोमवार को पांच घंटे तक बैठक हुई। बैठक में गुजरात के नेताओं को राज्य में पिछले 27 वर्षो से शासन कर रही बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर तैयारी करने को कहा गया। रणनीति के तहत पार्टी विशेष रूप से कोविड महामारी के दौरान राज्य सरकार की विफलता को उजागर करेगी।
टॉस्क फोर्स की बैठक में कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार सुनील कानूनगोलू मौजूद थे।