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गोबर बेचकर हो गए मालामालः सीएम ने फिर जारी की राशि, गौठान समितियों को 10 करोड़ 84 लाख का भुगतान

रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रदेश सरकार की पहल से जगह-जगह पड़े रहने वाले बेकार गोबर का सदुपयोग होने लगा है। शासन की योजना में लोग इसे इकट्ठा कर लाखों रुपए कमा कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर स्थित निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल बैठक में फिर राशि जारी की है। गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचने वाले पशुपालकों, ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 10 करोड़ 84 लाख रुपए की राशि ऑनलाइन जारी की गई है।

बता दें कि राज्य के गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से खरीदे गए गोबर के एवज में 3.69 करोड़ रुपए का भुगतान 15 जून से 30 जून तक किया गया। गौठान समितियों को 4.31 करोड़ और महिला समूहों को 2.84 करोड़ रुपए की लाभांश राशि का भुगतान किया गया। गौठानों में गोबर बेचने वाले ग्रामीणों और पशुपालकों को अब तक गोबर के एवज में 150.75 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।

अब तक 143.19 करोड़ का भुगतान
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 143.19 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के गौठानों में 2 रुपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गोधन न्याय योजना से 2 लाख 11 हजार से अधिक ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

25 हितग्राहियों को 13.63 लाख रुपए का अनुदान जारी
सीएम बघेल ने राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत 25 हितग्राहियों को 13.63 लाख रुपए अनुदान राशि जारी की। ये हितग्राही गौठानों से जुड़े हुए हैं, जहां इन्होंने राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना का लाभ उठाकर डेयरी स्थापित की है। मुख्यमंत्री ने कांकेर जिले के पोटगांव गौठान, कोंडागांव के बोलबोला गौठान, बलौदाबाजार के पुरैना खपरी गौठान, दुर्ग के मोहलई गौठान एवं रायगढ़ के बनसियां गौठान के हितग्रहियों को अनुदान राशि जारी की।

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