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छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बच्चों को सिखाए जाएंगे ट्रैफिक नियम

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब बच्चों को ट्रैफिक का पाठ पढ़ाया जाएगा। राज्य पुलिस ने ट्रैफिक को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रस्ताव बनाया है। जिसे राज्य पुलिस ने एससीईआरटी को भेजा है। राज्य पुलिस ने 21 प्रमुख बिंदुओं पर प्रस्ताव तैयार किया है। जिसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए एससीईआरटी को कहा है। इसमें किस तरह से सड़क क्रॉस करते समय और वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। जिससे वाहन चालक के साथ ही वह भी सुरक्षित रहें. इसकी भी जानकारी छात्रों को दी जाएगी। सूत्रों की माने तो ऐसा करने की मुख्य वजह छत्तीसगढ़ में बढ़ती सड़क दुर्घटना और इससे होने वाली मौतें हैं।

सुझाव की मुख्य बातों पर नजर

  •  ट्रैफिक सिग्नल,
  • उसमें दिए जाने वाले कलर,
  • सड़क किनारे लगे संकेतक,
  • सड़क क्रॉस करते समय बरती जाने वाली सावधानी,
  • यू-टर्न,
  • जेबरा क्रॉसिंग,
  • वाहन चलाते समय उसकी न्यूनतम और अधिकतम स्पीड,
  • दो पहिया में दो से अधिक सवारी नहीं बैठाने,
  • दोपहिया में हेलमेट लगाने,
  • चार पहिया में सीट बेल्ट लगाने,
  • वनवे में रॉन्ग साइड वाहन नहीं चलाने,
  • सिग्नल का पालन करने,
  • शहर के अंदरूनी इलाकों आउटर और ग्रामीण इलाकों में टी-पॉइंट,
  • सड़क पर चल रहे अन्य वाहनों को ओवरटेकिंग नहीं करने,
  • सड़क के किनारे खड़े वाहनों को क्रॉस करते समय हॉर्न का उपयोग,
  • रात के समय वाहन चलाते समय पर अपर डिपर लाइट,
  • सड़क दुर्घटना से बचने के लिए वाहनों की नियमित जांच

इसके अलावा हादसा होने पर पुलिस और एंबुलेंस और आपातकालीन सहायता नंबर का कैसे इस्तेमाल करें इसकी जानकारी दी गई है। इसके अलावा अभिभावक के बिना अनुमति वाहन नहीं चलाने संबंधी जानकारियों को भी इसमें शामिल किया गया है।

स्कूलों में पाठ्यक्रम को शामिल करने से बच्चों होंगे जागरुक

छत्तीसगढ़ में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। राज्य में प्रतिवर्ष औसतन 12000 से ज्यादा सड़क हादसों में 11000 लोग घायल होते हैं, जबकि 5000 से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। इसमें करीब 70 फ़ीसदी नाबालिक और महिलाएं होती हैं। यह अधिकांश दुर्घटनाएं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने और ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने के कारण होती है। इसे देखते हुए स्कूलों में पाठ्यक्रम को शामिल करने से बच्चों में जागरुकता आएगी और जब वह बड़े होंगे तो इसका पालन करेंगे।

 

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