कोलकाता। ममता बेनर्जी सरकार में रहे मंत्री पार्थ चटर्जी ने एक अरब के घोटाने में शामिल होकर ममता सरकार को दागदार बना दिया। मनी लॉन्ड्रिंग केस में स्थिति को भांपते हुए टीएमसी ने मंत्री पद के साथ पांच और जिम्मेदारी छीन ली है।
इसके लिए सीएम ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी। इसके बाद पार्थ से मंत्री पद छीने जाने का एलान किया गया। बता दें कि 100 करोड़ से ज्यादा के बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी पर गाज गिर गई है। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार से मंत्रिमंडल से पार्थ की छुट्टी हो गई है।
मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ को मंत्री पद से हटा दिया। उन्हें तीनों मंत्रालयों से हटा दिया गया है। गिरफ्तारी के छह दिन बाद उन पर ममता बनर्जी ने कार्रवाई की है। इस दौरान ममता चटर्जी के पास मौजूद उद्योग, अन्य विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगी।
इससे पहले पार्थ के इस्तीफे को लेकर जिस तरह से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में अंदर ही सुर उठने लगे थे, इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने अहम बैठक की। अभिषेक बनर्जी ने बताया कि पार्थ चटर्जी को तृणमूल कांग्रेस के सभी पांच पदों से तुरंत हटा दिया दिया गया है। जांच जारी रहने तक उन्हें निलंबित कर दिया गया है। दोषी न साबित होने पर वे वापस आ सकते हैं।
अभिषेक ने कहा पार्टी किसी तरह के भ्रष्टाचार को बरदास्त नहीं करती। भ्रष्टाचार के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है। किसी के साथ फोटो होना ही, उसके साथ संबंध होना नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दुर्गा पूजा के समय करीब 200 से अधिक पांडालों में जाती हैं। उन्हें कैसे पता चल पाएगा कि जो उनके साथ फोटो खींचवा रहा है या रही है, वह कौन है? वे यहां एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार जांच में जो भी मदद चाहिए होगी, देगी। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, जो भाजपा में चला जाता है, वह साधु हो जाता है।
उन्होंने भाजपा के दावे पर कहा कि मिथुन चक्रवर्ती को यह भी नहीं पता कि बंगाल में कितनी विधानसभा सीटें और जिले हैं। वह सिर्फ इस बारे में डींग मारना चाहता है कि वह कितना बड़ा नेता बन गया है।
मजूमदार बोले- बली का बकरा बनाया गया
बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि पार्थ चटर्जी को बली का बकरा बनाने के लिए हटाया गया है। बीजेपी का जुलूस देखकर डर से पार्थ चटर्जी को हटा दिया। 5 बजे मीटिंग में निर्णय लेना था, अभिषेक बनर्जी श्रेय लेना चाहते थे, लेकिन लोगों का गुस्सा देखकर पार्थ चटर्जी को समय से पहले हटा दिया गया।
ममता चटर्जी से पहले ही किनारा कर चुकी थीं
सीएम ममता बनर्जी चटर्जी से पहले ही किनारा कर चुकी हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने उन्हें मंत्रिमंंडल समेत सभी पदों से हटाने की मांग की थी। इससे पहले टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने आज ट्वीट कर कहा, ‘पार्थ चटर्जी को तुरंत मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाना चाहिए। उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए।
दोषी पाया जाए तो सजा दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता : ममता
पार्थ चटर्जी को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पहले ही कह चुकी हैं कि वह चाहती हैं कि सच्चाई सामने आए। वह भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती हैं। सभी लोग एक जैसे नहीं होते हैं। बनर्जी ने कहा था, ‘एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए। कोई दोषी पाया जाता है, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है।
विशेष कोर्ट ने 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में सौंपा
बता दें ईडी ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री व मौजूदा उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को इस घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है। उन्हें विशेष कोर्ट ने 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में सौंपा है। उनके अलावा टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य व चटर्जी के निजी सचिव सुकांत आचार्य भी घेरे में हैं।