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काशी विश्वनाथ की तरह अब राम जन्मभूमि कॉरिडोर

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह ही अब अयोध्या में भी राम जन्म भूमि कॉरिडोर बनेगा। योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट मीटिंग में ये बड़ा फ़ैसला किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कॉरिडोर के बारे में अपने सहयोगी मंत्रियों को विस्तार से बताया। अयोध्या में काम जन्म भूमि मधुर का गर्भ गृह दिसंबर 2023 तक बन जाने का प्रस्ताव है। इसके बाद भक्त अपने रामलला का दर्शन भव्य राम मंदिर में कर पायेंगे।

योगी सरकार की कोशिश है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राम जन्म भूमि कॉरिडोर भी बन कर तैयार हो जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन कर चुके हैं। मिर्ज़ापुर में विंध्यवासिनी कॉरिडोर का काम भी तेज़ी से चल रहा है। योगी सरकार अयोध्या को भव्य और दिव्य बनाने में जुटी है। ट्रस्ट की अगुवाई में राम मंदिर बन रहा है। अब मंदिर के आस पास के इलाक़े को बेहतर और सुंदर बना कर राम जन्म भूमि कॉरिडोर बनाने की तैयारी है।

राम मंदिर के आस-पास के इलाके को भव्य बनाने की तैयारी

इसके लिए मंदिर से लेकर हनुमान गढ़ी तक के रास्ते का चौड़ीकरण किया जाएगा। आस-पास की दुकानों को वहां से हटाया जाएगा। राम भक्तों के लिए वेटिंग रूम बनाए जाने का भी प्रस्ताव है। सादतगंज से नया घाट और सुग्रीव क़िला होते हुए राम जन्म भूमि मंदिर तक चार लेन वाली सड़क बनेगी। इसके साथ ही फ़ैज़ाबाद हाई वे हनुमान गढ़ी होते हुए राम जन्म भूमि मंदिर तक के रोड की चौड़ीकरण होगा। सड़क के दोनों किनारों पर बिजली, सीवर से लेकर साज सज्जा की जाएगी।

अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बन रहा

कुल मिला कर प्रयास ये है कि राम जन्म भूमि मंदिर के आस पास के इलाक़े को भव्य और दिव्य बनाया जाए। माहौल राममय हो और यहां आने वाले भक्तों की इच्छा बार बार अयोध्या आने की हो। राम जन्म भूमि कॉरिडोर का काम दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट पर क़रीब 798 करोड़ खर्च होने का अनुमान है, अयोध्या में एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बन रहा है।

 

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