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सरल और सहज रहना ही श्रीकांत द्विवेदी की खासियत, पुलिस की नौकरी और जीवन बेदाग ये उनकी बड़ी उपलब्धि

रायपुर। मंत्रालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी श्रीकांत द्विवेदी की सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जहां मंत्रालय के नए मुख्य सुरसुक्षा अधिकारी राकेश शर्मा ने श्री द्विवेदी की खासियत और उनकी सहजता पर विचार रखे।

शर्मा ने कहा पुलिस की नौकरी से बेदाग निकल जाएं तो ये बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। सन 1999 में भोपाल में कंपनी कमांडर के कोर्स के दौरान श्रीकांत द्विवेदी से मेरी मुलाकात हुई थी। तब से उनके चेहरे पर मुस्कुराहट देखते आ रहा हूं। सेवानिवृत्ति के बाद उनके सुमंगल जीवन की कामना करता हूं।”

बता दें कि मंत्रालय के मुख्य सुरसुक्षा अधिकारी श्रीकांत द्विवेदी 31 जुलाई को पुलिस की नौकरी से सेवानिवृत्त हुए। वहीं मंत्रालय के नए मुख्य सुरक्षा अधिकारी राकेश शर्मा का स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्रीकांत द्विवेदी को मोमेंटो व शाल-श्रीफल देकर उनका सम्मान किया गया।

समारोह में जानकारी दी गई कि श्रीकांत द्विवेदी 1986 में पुलिस सेवा में बतौर प्लाटून कमांडर भर्ती हुए थे। 18 साल मध्य प्रदेश में नौकरी करने के बाद 2004 में वे छत्तीसगढ़ आए। 2007-08 में वे एसडीओपी रहे। 2 वर्ष मुख्य मंत्री सुरक्षा में पदस्थ रहे। 2 वर्ष जगदलपुर में डीएसपी मुख्यालय भी रहे।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसटीएफ बघेरा से 9 मई 2018 सुरक्षा अधिकारी मंत्रालय पदस्थ हुए। श्रीकांत द्विवेदी बड़े सरल एवं संवेदनशील पुलिस अधिकारी रहे। एक ओर वे संबंधों को निभाते थे तो दूसरी ओर अपनी ड्यूटी भी साथ करते थे। मातहतों को अनावश्यक तंग नहीं करते थे। उन्हें छुट्टी देने में भी वे कोई कंजूसी नहीं करते थे।

1 अगस्त 2022 को मंत्रालय में आयोजित अपने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए श्रीकांत द्विवेदी ने कहा कि पूरे सेवाकाल में मैंने कभी भी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अंधेरे में नहीं रखा। मैंने कभी अधिकारियों के गलत कामों को भी नहीं किया, अतः वे मुझे गलत कामों के लिए बोलते नहीं थे। मंत्रालय में मुझे सभी का सहयोग मिला।

मंत्रालय के पूर्व सुरक्षा अधिकारी पीएनएस यादव ने कहा कि मैंने अपने पूरे सेवाकाल में कभी भी द्विवेदी जी जैसे सादगीपूर्ण व सरल अधिकारी नहीं देखा है क्योंकि आज के दौर में कठिन होना कठिन नहीं है बल्कि सरल होना ज्यादा कठिन है। वहीं पीएचक्यू के सेवानिवृत्त एसपी यादव ने कहा कि द्विवेदी जी मृदु भाषी हैं। सबका साथ देते थे। वे हमेशा मुस्कुराकर मिलते थे।

श्रीकांत द्विवेदी को उनके मातहत बड़े सम्मान एवं आत्मीय भाव से विदाई दिए। कार्यक्रम का संचालन सुरक्षा अधिकारी डॉ. टंकेश्वर लहरे ने किया। इस अवसर पर डीएसपी कुलदीप भगत, पर्यटन मंडल के सीएम शर्मा एवं मंत्रालयीन सुरक्षा दस्ते के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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