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बारिशः छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में मचाई तबाही, मौसम विभाग का 18 जिलों के लिए अलर्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सावन के आखरी समय में झड़ी लगी हुई है। मंगलवार से जारी बारिश आज भी जारी है। लगातार बारिश से कई जिलों में नदी-नालों की स्थिति खतरे के निशान पर हैं। जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 24 घंटे से बारिश के चलते मौसम विभाग ने की जिलों में अलर्ट जारी किया है।

बता दें कि तेज बारिश की वजह से एक तरफ जहां बाढ़ के आसार बढ़ गए हैं, तो वही अब रियाशी इलाकों में भी पानी घुसने लगा है। कई निचली बस्तियों में पानी घूस गया है। राजधानी रायपुर में भी ऐसा नजारा देखने को मिला है। दूसरी तरफ बस्तर संभाग में भी बारिश ने लोगों की तकलीफें बढ़ा दी हैं।

मिली जानकारी अनुसार बीजपुर में पिछले 72 घंटों से लगातार हो रही बारिश से एक बार फिर नदी-नाले उफान पर हैं। कई जगह पर बाढ़ जैसे हालात हैं। तुमनार पुल में बाढ़ आने से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। मरी और चेरपाल नदी भी बाढ़ की चपेट में होने से आवागमन बंद है।

नैमेड से कुटरू मार्ग 8 घंटे बंद रहने के बाद दोपहर में स्थिति संभली है। जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश ने जन-जीवन को प्रभावित किया है। राष्ट्रीय राजमार्ग 63 बीजापुर से जगदलपुर जाता है। यह राजमार्ग पिछले 9 घंटों से बंद है।

आपको बता दें कि रायपुर जिले में 4 दिन से लगातार बारिश जारी है। आलम ये है कि खेत-खलिहान पानी से लबालब है। रायपुर जिले के सारागांव इलाके के कोल्हान नाला के उफान के कारण गांव में पानी घुस गया है। लोगों के घरों में 4 फ़ीट पानी भर गया है। ग्रामीण घर के छत पर बाढ़ कम होने का इंतजार कर रहे हैं।

नहर फूटा, मची अफरातफरी
वही दूसरी तरफ पामगढ़ ब्लॉक के बारगांव में नहर फूटने की घटना के बाद से गांव में अफरा-तफरी मच गई है। देर रात हुए इस घटना के बाद कई घरों में घुसा पानी अब तक बाहर नहीं निकला है।

कलेक्टर के आदेश पर नुकसान का आंकलन
लोग बच्चों की जान बचाने के लिए दूसरों के घरों में सहारा लिए हुए हैं। वहीं घटना के बाद भी अधिकारियों ने ग्रामीणों को नजर-अंदाज किया। अधिकारी दोपहर को कलेक्टर के निर्देश पर गांव पहुंचे और टूटे हुए नहर की मरम्मत के साथ मुआवजा के लिए आंकलन करना शुरू कर दिया है।

मौसम विभाग का 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
प्रदेश के बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, बालोद, गरियाबंद तथा उससे लगे आसपास के जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।

6 जिलों में यलो अलर्ट
रायपुर, दुर्ग, कबीरधाम, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, बेमेतरा जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग का ये है कहना?
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक मॉनसून द्रोणिका नलिया, अहमदाबाद, इंदौर, मंडला, रायगढ़ निम्न दाब का केंद्र उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर अंडमान सागर तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक अवदाब तटीय ओडिशा और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित है।

ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 7.6 किमी ऊंचाई तक
इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 7.6 किमी ऊंचाई तक फैली है। इसके पश्चिम, उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढने की संभावना है। प्रदेश में 10 अगस्त को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छीटें पड़ने के आसार है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने तथा एक दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की संभावना है। भारी तथा अति भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है। मध्य छत्तीसगढ़ में दुर्ग और रायपुर संभाग आते हैं।

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