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विश्व आदिवासी दिवस पर गौरव सम्मान समारोह, मिशाल पेश करने वालों का अदाणी फाउंडेशन ने किया अभिनंदन

तमनार। अदाणी फाउंडेशन ने सरगुजा जिला, तमनार विकासखंड में विश्व आदिवासी दिवस मनाया। इस मौके पर ग्राम ढोलनारा स्थित गौटिया कांप्लेक्स भवन में आदिवासी गौरव सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जहां देश व समाज के लिए मिशाल पेश करने वाले व बच्चों को शिक्षा में प्रोत्साहित करने वाले पालकों का अभिनंदन किया गया।

सम्मान समारोह का मुख्य उद्देश्य अंचल के ऐसे आदिवासी ग्रामीण जिन्होंने देश सेवा में अपना योगदान देकर समाज के लिए मिसाल कायम किया हो। साथ ही ऐसे छात्र व उनके माता-पिता जिन्होंने कड़ी मेहनत से अनेक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता अर्जित की हो, या अपने बच्चों को प्रोत्साहित किया हो, को सम्मानित करना था।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सुनीति सत्यानंद राठिया थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता लघु वनोपज संघ रायगढ़ के अध्यक्ष सुरेंद्र सिदार ने की। समारोह में 50 से अधिक ऐसे विभूतियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने आदिवासी समाज को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए समाज को एक नई राह दिखाई।

ये किए गए सम्मानित
वहीं भारतीय थल सेना के चार पूर्व सैनिकों जिनमें ग्राम कुंजेमुरा के निरंजन सिंह सिदार और श्यामलाल खेस, ग्राम लमडांण के आधार सिंह टोप्पो और मझगांव की तिलेश्वर प्रसाद नागवंशी को उनके देश सेवा में अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। वहीं तीन आदिवासी विद्यार्थियों जिनमें ग्राम बरकसपाली के शुभम राठीया, ढोलनारा की डिंपल राठीया और गारे के प्रिंस मिंज के साथ उनके माता-पिता को उनकी मेहनत से नवोदय कोचिंग में सफलता प्राप्त कर विकासखंड का नाम रोशन कराने के लिए गौरव सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर अदाणी फाउंडेशन द्वारा आदिवासी संस्कृति पर आधारित पत्रिका का विमोचन भी किया गया।

यह एक गौरव का प्रतीक
कार्यक्रम में सम्मानित अंचल के आदिवासी भूतपूर्व सैनिक निरंजन सिंह सिदार ने कहा कि”अदाणी फाउंडेशन द्वारा दिया गया यह सम्मान मेरे लिए एक गौरव का प्रतीक है। इस गौरव सम्मान समारोह में मुझे सम्मानित करने के लिए मैं अदाणी फाउंडेशन को धन्यवाद देता हूं।”

फाउंडेशन ने मेरी बच्ची का भविष्य संवार दिया
ग्राम ढोलनारा के बसंत कुमार राठिया ने बताया “नवोदय विद्यालय में मेरी बच्ची को पढ़ाने का सपना आज अदाणी फाउंडेशन के कोचिंग द्वारा ही संभव हो पाया है। इससे मेरी बेटी डिम्पल को उच्चगुणवत्ता की शिक्षा मिलेगी और अब उसकी पढ़ाई से मैं चिंता मुक्त हो जाऊंगा। मैं अदाणी फाउंडेशन का उनके नवोदय कोचिंग और इस गौरव सम्मान में मुझे सम्मानित करने के लिए दिल से शुक्रिया करता हूं।”

सही मार्गदर्शन मिले तो कोई भी राह मुश्किल नहीं
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुनीति राठिया ने कहा कि आज आदिवासी लोग किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। आदिवासी व्यक्ति को अगर सही मार्गदर्शन मिले तो उनके लिए कोई भी राह मुश्किल नहीं है। इसका जीता जागता उदाहरण ये सभी सम्मानित व्यक्ति हैं जिन्होंने अंचल में समाज का नाम रोशन किया है।

बच्चों ने पेश किए मनमोहक नृत्य
कार्यक्रम में शासकीय स्कूल की छात्राओं द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया। वहीं समारोह में आसपास के समस्त पंचायत प्रतिनिधियों सहित लगभग 300 से अधिक ग्रामीण उपस्थित थे।

शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका संवर्धन पर लगातार काम
अदाणी फाउंडेशन रायगढ़ जिले के तमनार विकासखंड में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के सामाजिक सरोकार के तहत आस-पास के 14 ग्राम पंचायतों में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका संवर्धन और संरचना विकास के कई कार्यक्रम संचालित करता है।

पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन
वहीं आदिवासी सामुदाय के पारम्परिक धनुर्विद्या खेल के प्रोत्साहन के लिए अंचल के 17 वर्ष से कम उम्र के 14 आदिवासी विद्यार्थियों को जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तरीय में भाग लेने आगामी 6 माह तक गहन प्रशिक्षण प्रदान करेगा। साथ ही चयनित बच्चों को स्पेशल डाइट का ध्यान रखते हुए धनुर्विद्या से संबंधित समस्त उपकरण, युनिफार्म आदि भी उपलब्ध कराएगा।

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