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गोल्ड लोन लेना चाहते हैं? जानिए बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों के क्या हैं नियम?

कोरोना संकट में गोल्ड लेने वालों की तादाद काफी बढ़ गई. मणप्पुरम और मुथुट फाइनेंस जैसी गोल्ड लेने देने वाली कंपनियों का धंधा चमक रहा है.ऐसे में बैंक भी गोल्ड लोन का अपना पोर्टफोलियो बढ़ाने में जोर-शोर से लगे हैं. अगर आप भी गोल्ड लोन लेना चाहते हैं तो इसके नियमों को जानना जरूरी है.

दस हजार से एक करोड़ रुपये तक मिल सकता है गोल्ड लोन 

अलग-अलग बैंक और वित्तीय संस्थान की गोल्ड लोन की सीमा भी अलग-अलग है. आईसीआईसीआई बैंक दस हजार रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक गोल्ड लोन दे रहा है. वहीं एसबीआई 20 हजार रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक गोल्ड लोन देता है. मुथुट फाइनेंस की शुरुआती सीमा 1500 रुपये है लेकिन अधिकतम सीमा नहीं है. अलग-अलग बैंकों की गोल्‍ड लोन अवधि भी अलग-अलग होती है. एचडीएफसी बैंक तीन महीने से लेकर दो साल की अवधि के लिए गोल्‍ड लोन देता है. एसबीआई गोल्‍ड लोन के तीन साल तक के लिए गोल्ड लेन देता है. वहीं, मुथुट फाइनेंस अलग-अलग तरह की गोल्‍ड स्‍कीम ऑफर करती है. इनमें रिपेमेंट की अवधि भी अलग-अलग है.

ब्याज दर और दस्तावेज 

गोल्‍ड लोन के लिए बैंक या एनबीएफसी आप से तरह-तरह के दस्‍तावेज मांगते हैं. मुख्‍य रूप से इनमें पैन, आधार, पासपोर्ट, वोटर-आईडी कार्ड और तस्‍वीर वगैरह शामिल होते हैं.गोल्ड लोन लेने के लिए जिन दस्तावेजों की जरूरत होती है उनमें मुख्य रूप से पैन, आधार, पासपोर्ट, वोटर आई कार्ड शामिल हैं.अलग-अलग बैंकों और गोल्ड लोन कंपनियों की लोन दरें भी अलग अलग होती हैं. ये सात फीसदी से शुरू होकर 29 फीसदी तक जा सकती हैं.

होम ऑटो या पर्सनल लोन के लिए अक्सर ग्राहकों से प्रोसेसिंग फीस ली जाती है लेकिन गोल्ड लोने के लिए प्रोसेसिंग फीस के अलावा गोल्ड के वैल्यूएशन की फीस भी ली जाती है. मसलन एचडीएफसी बैंक डेढ़ लाख रुपये के गोल्ड लोन पर 250 रुपये वैल्यूएशन फीस लेता है. प्रोसेसिंग फीस और वैल्यूएशन चार्ज के अलावा बैंक डॉक्यूमेंटेशन चार्ज और फोरक्लोजर चार्ज भी लेते हैं. अगर आप गोल्ड लोना चाहते हैं तो इन बातों को ध्यान में रख कर लोन लें.

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