रायपुर। प्रसिद्ध साहित्यकार लीलाधर मंडलोई को वसुंधरा सम्मान से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में रविवार को आयोजित समारोह में यह सम्मान प्रदान किया।
साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में इस सम्मान के तहत मानपत्र और शॉल श्रीफल प्रदान किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा मंडलोई जी ने साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जब मैं पढ़ाई करता था तब मंडलोई जी को रेडियो पर बहुत सुनता था। आज उनसे रुबरु हुआ।
बता दें कि वसुंधरा सम्मान, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के पिता देवी प्रसाद चौबे की स्मृति में प्रदान किया जाता है। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विभाग लोक जागरण की मासिक पत्रिका कृति वसुंधरा और श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से किया था।
इस दौरान समारोह में सीएम भूपेश बघेल ने कहा स्वर्गीय देवी प्रसाद चौबे ग्रामीण पत्रकारिता के पुरोधा थे। उन्होंने समाज सुधार के क्षेत्र में बहुत कार्य किए। वे बलि प्रथा के घोर विरोधी थे। उन्होंने अपने गांव के मंदिर में भी बलि प्रथा बंद करा दी थी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि विचारों में दृढ़ता होनी चाहिए। विचारों की असहमति इस देश की परंपरा रही है। असहमति के सम्मान की भावना इस देश के कण-कण में है। हमारा देश वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना मानने वाला है।
सीएम ने कहा हम सभी को संकीर्णता से बचना चाहिए। कार्यक्रम में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, पद्मश्री भारती बन्धु, पद्मश्री मदन चौहान, वरिष्ठ साहित्यकार विष्णु नागर एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।