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कोल इंडिया लि. राष्ट्रीय खेल विकास कोष को देगी 75 करोड़

साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एसईसीएल) की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने 07 सितंबर को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार के खेल विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया, जिससे देश में खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी |

इस एमओयू के तहत, कोल इंडिया, सीएसआर के तहत राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ़) में 75 करोड़ रुपये का योगदान देगी, जिससे खिलाड़ियों के लिए तीन बड़े छात्रावासों के निर्माण किया जाएगा । ये छात्रावास ग्वालियर, भोपाल व बैंगलुरु में बनेंगे। इस पहल को, ओलंपिक और पैराओलंपिक में हाल की सफलता से प्रेरित होकर आगे और भी बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है |

समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री, अनुराग सिंह ठाकुर तथा युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री, निसिथ प्रमाणिक उपस्थिति रहे । इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार जैन, सचिव (कोयला), भारत सरकार, रवि मित्तल, सचिव (खेल),भारत सरकार, प्रमोद अग्रवाल, अध्यक्ष, सीआईएल और अतुल सिंह, संयुक्त सचिव (खेल-विकास), भारत सरकार उपस्थित रहे |

समझौता ज्ञापन पर सीआईएल की ओर से विनय रंजन, निदेशक (कार्मिक और औद्योगिक संबंध) तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की ओर से निदेशक (खेल) और सदस्य सचिव, एनएसडीएफ विजय कुमार ने हस्ताक्षर किए | कुल 350 खिलाड़ियों की क्षमता वाले इन तीन छात्रावासों का निर्माण लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (एलएनआईपीई), ग्वालियर और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के भोपाल और बेंगलुरु स्थित केन्द्रों में किया जाएगा। यहाँ पर प्रतिभाशाली एथलीटों को प्रशिक्षण के अनुकूल पारिस्थितियां व राष्ट्रीय स्तर के कोच उपलब्ध कराये जाएँगे जिससे खिलाड़ी सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे ।

यह परियोजना 2023 तक पूरी हो जाएगी जिसके लिए सीआईएल ने 25 करोड़ की धनराशि जारी कर दी है | सीआईएल का यह विशेष प्रयास भारत सरकार की “खेलो इंडिया” योजना के तहत निर्धारित किए गए उद्देश्य को भी पूरा करने में मदद करेगा । गौरतलब है कि कोल इंडिया सामुदायिक विकास के कार्यों पर सालाना 500 करोड़ रुपये खर्च करती है । कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियों ने अपने परिचालन क्षेत्रों में खेलों को बढ़ावा देने के तहत अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू की हैं जिनमें झारखंड के आदिवासी युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए 10 करोड़ की लागत से रांची में आवासीय खेल एकेडमी का संचालन, 25 करोड़ रुपये की लागत से संबलपुर, उड़ीसा में एक बहुउद्देश्यीय खेल परिसर का निर्माण, 23 करोड़ की लागत से उड़ीसा के झारसुगडा, में एक 10,000 क्षमता वाले स्टेडियम का निर्माण एवं एनसीएल जयंत में आवासीय एथलेटिक एकेडमी इत्यादि प्रमुख हैं ।

 

 

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