मुंबई एयरपोर्ट में 74 फीसदी हिस्सेदारी का ऐलान कर चुके गौतम अडाणी की कंपनी ने नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) के जरिये 900 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया है कि उसने प्राइवेट प्लेसमेंट आधार पर NCD जारी कर शुक्रवार को 900 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने कहा है कि इन NCD को BSE पर होलसेल डेट मार्केट सेगमेंट में लिस्ट कराया जाएगा.
अडाणी की कंपनी APSEZ देश की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक कंपनी है. इसके पास स्ट्रेटजिक तौर पर सबसे अहम जगहों पर 11 बंदरगाह और टर्मिनल हैं. गुजरात के मुंद्ड़ा, दहेज, कांडला और हजीरा से साथ ओडिशा के धामरा, गोवा के मोरमुगाओ, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम और चेन्नई के कट्टुपल्ली और एन्नोर में इनके बंदरगाह और टर्मिनल हैं. देश के सारे बंदरगाहों में 24 फीसदी हिस्सेदारी है. कंपनी केरल के विझिनजाम में एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट और म्यांमार में एक कंटेनर टर्मिनल विकसित कर रही है.
हाल ही में अडाणी समूह ने मुंबई एयरपोर्ट में 74% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने का ऐलान किया था. मुंबई एयरपोर्ट में इतनी बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने पर उद्योगपति गौतम अडाणी ने कहा, मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पूरी तरह से विश्वस्तरीय है और मैं इस तरह के बेहतरीन अड्डे के निर्माण के लिए जीवीके एयरपोर्ट डेवलपर्स की सराहना करता हूं. यह सौदा पूरा होने के बाद GVK की 50.50 फीसदी हिस्सेदारी के साथ मुंबई एयरपोर्ट में अडाणी समूह की हिस्सेदारी 74 फीसदी हो जाएगी. गौतम अडाणी समूह का लक्ष्य देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट ऑपरेटर कंपनी बनना है.