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पितृ पक्ष के दौरान घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए करें ये काम, होगा शुभ

पितृ पक्ष (Pitru paksha) की शुरुआत हो चुकी है. आज श्राद्ध पक्ष का दूसरा दिन है. 16 दिनों तक चलने वाले श्राद्धों में पितरों को याद करके उनका पिंडदान कर्म, तर्पण और दान आदि किया जाता है. ताकि उनकी आत्मा को तृप्त किया जा सके और वे अपने वंशजों को आर्शीवाद देकर वापस लौट जाएं. ऐसे में पितरों की तस्वीर का ध्यान रखना भी जरूरी है. अक्सर अधिकांश लोग घर की दीवार पर जगह देखते हुए पितरों की तस्वीर लगा देते हैं. ऐसे में कई बार जीवन में मुश्किलें बढ़ जाती हैं. वास्तु के अनुसार घर में पितरों की तस्वीर लगाने से पहले कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. मान्यता है कि पितर भी देवी-देवताओं के समान शक्तिशाली होते हैं, लेकिन देवताओं के साथ इन्हें पूजा स्थल पर नहीं रखना चाहिए.

घर के मंदिर में या देवी-देवताओं के साथ पितरों की तस्वीर लगाने से घर में अशुभता और बेवजह का कलह बढ़ जाता है. पितरों की तस्वीर हमेशा दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम दिशा में ही लगानी चाहिए. पूर्व या पूर्वोत्तर दिशा में नहीं क्योंकि ये ईश की दिशा मानी गयी है. घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर लगाने से देवी-देवता रुष्ट हो जाते हैं. ऐसा करने से पूजा पूरी नहीं हो पाती और पूजा का फल नहीं मिलता.

वास्तु कहता है कि पूजा घर के अलावा, मंदिर की दीवारों या जहां पूजा घर बना हुआ है वहां भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए.  ऐसा करने पर कष्ट उठाने पड़ सकते हैं. मान्यता है कि पितरों की तस्वीर को बेडरुम, सीढ़ियों वाले स्थान और रसोई घर में नहीं लगाना चाहिए. इससे कलह के साथ-साथ परिवार की सुख-शांति भी भंग हो जाती है.

घर के बीचों-बीच भी पितरों की तस्वीर लगाने से बचना चाहिए. कहते हैं ब्रह्म स्थान पर पितरों की तस्वीर लगाने से घर में रहने वाले लोगों के मान-सम्मान को हानि पहुंचती है. अगर पितरों की तस्वीर मुख्य बैठक की दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम दीवार की पर लगाना लाभकारी होता है.

अक्सर लोग भावुकता में आकर पितरों की तस्वीर ऐसी जगह लगा देते हैं कि उन पर सबकी नजर जाए. लेकिन ऐसा करने से परहेज करना चाहिए. इससे बार-बार पितरों की तस्वीर पर नजर जाती है और मन दुखी होता है.

घर में पितरों की तस्वीर कभी भी जीवित व्यक्ति की तस्वीर के साथ नहीं लगानी चाहिए. ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है. कहते हैं इससे जीवित व्यक्ति की आयु कम होती है. और जीवन जीने का उत्साह भी कम हो जाता है.

कहते हैं कि पितरों की तस्वीर पर धूल-जाले आदि नहीं लगे रहने चाहिए. साथ ही पितरों की तस्वीर को सही दिशा में सम्मानपूर्वक लगाने से घर-परिवार पर उनकी कृपा बनी रहती है और घर के सदस्यों के लिए भी शुभ होता है.

 

 

 

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