Close

छत्तीसगढ़ में धूमधाम से मना दशहरा पर्व:रायपुर में सीएम ने किया पुतलों का दहन

दशहेला

दशहेला

विजयादशमी यानि बुराई पर अच्छाई और अत्सय पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व छत्तीसगढ़ में धूमधाम से मनाया गया। राजधानी रायपुर में सबसे बड़ा आयोजन WRS कॉलोनी में हुआ। बिलासपुर में उत्सव मनाने लोगों की भीड़ उमड़ी जगह-जगह रावण दहन का आयोजन किया गया। दुर्ग में सबसे बड़े रावण का पुतला सेक्टर-7 मैदान में तैयार किया गया था। जहां रावण दहन कार्यक्रम देखने के लिए दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचे।

मुख्यमंत्री का पूरा परिवार हुआ इस आयोजन में शामिल

रायपुर के WRS कॉलोनी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री का पूरा परिवार इस आयोजन में शामिल हुआ। टीवी धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल और सीता की भूमिका निभाने वाली दीपिका चिखलिया भी आयोजन में शामिल हुए। उनको एक सजे हुए रथ पर बिठाकर समारोह में ले जाया गया। उनके अलावा स्थानीय विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर सहित बहुत से जनप्रतिनिधि और अफसर शामिल हुए। मैदान में मौजूद हजारों लोग पूरे दृश्य को मोबाइल कैमरे में कैद करते नजर आए। एक बार सभी ने मोबाइल की सर्च लाइट जलाकर लहराया। इसकी वजह से मैदान में दिवाली जैसा नजारा दिखा। रावण दहन के बाद यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।

हम कुछ ऐसा करें, सज्जनता जीत सके

रावण दहन से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भगवान राम को ‘राम’ बनाने में सर्वाधिक किसी प्रदेश का योगदान रहा है वह छत्तीसगढ़ ही है। एक समय था जब दुष्ट, दुष्ट प्रवृत्ति का होता था। सज्जन में सज्जनता होती थी। आजकल भगवान ने ऐसा कर दिया है कि एक ही व्यक्ति के भीतर सज्जन और दुष्ट दोनों है। हमें कुछ ऐसा करना चाहिए कि सज्जनता जीत सके। दशहरा उत्सव को संबोधित करते हुए अरुण गोविल ने कहा, हमारी विजय रावण नाम के शत्रु के खिलाफ ही नहीं होनी चाहिए। हमारी विजय अहम पर होनी चाहिए।

दुर्ग में 20 हजार से अधिक लोग दशहरा देखने पहुंचे

दुर्ग के सेक्टर 7 में दशहरा उत्सव का आयोजन काफी भव्य रूप से मनाया गया। यहां 20 हजार से अधिक लोग दशहरा देखने पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए लोगों को अलग-अलग कटेगरी में पास बांटे गए थे। उसी के मुताबिक उनके बैठने की व्यवस्था की गई थी। आयोजन समिति द्वारा बनाए गए गेस्ट, वीवीआईपी और वीआईपी गैलरी लोगों से खचाखच भरी थी। इसके साथ ही पूरा खाली मैदान लोगों से भरा था।

बिलासपुर में राम लक्ष्मण की निकली झांकियां

कोरोना काल के दो साल बाद बिलासपुर में बुराई पर अच्छाई और अत्सय पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व मनाने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जगह-जगह रावण दहन का आयोजन किया गया। इस दौरान पूरा शहर जय श्रीराम के नारों से गूंजता रहा। रावण दहन के दौरान जमकर आतिशबाजी हुई। वहीं, राम लक्ष्मण की झांकियां भी निकाली गई। शहर में प्रमुख रूप से पुलिस ग्राउंड, रेलवे मैदान, पुराना बस स्टैंड, नूतन चौक सरकंडा, साइंस कॉलेज मैदान, लाल बहादुर शास्त्री स्कूल और वाजपेयी मैदान सहित अन्य जगहों पर रावण दहन किया गया।

65 फीट ऊंचे रावण का दहन किया

पुलिस ग्राउंड मैदान में नगर निगम की ओर से 65 फीट ऊंचे रावण का दहन किया गया। इस दौरान करीब एक घंटे तक जोरदार आतिशबाजी भी की गई। यहां नगर निगम ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के साथ ही शहर विधायक शैलेष पांडेय, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान समेत 12 नेताओं को अतिथि बनाया था।

रेलवे परिक्षेत्र में भी हुआ आयोजन

बिलासपुर में रामलीला और रावण दहन की परंपरा सबसे पहले रेलवे परिक्षेत्र से शुरू हुई थी। करीब 70 साल से यहां दशहरा उत्सव पर रावण दहन किया जा रहा है। रेलवे मैदान में बुधवार की रात रावण दहन कर जमकर आतिशबाजी की गई।

यह भी पढ़े:-टूरिज्म बोर्ड के एमडी ने अरुण गोविल और दीपिका का स्वागत किया

One Comment
scroll to top