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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 7 अक्टूबर को राम वन गमन पर्यटन परिपथ का शुभारंभ करेंगे

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 7 अक्टूबर को नए स्वरूप में माता कौशल्या मंदिर से पर्यटन परिपथ का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा। छत्तीसगढ़ में भगवान राम से जुड़ी स्मृतियों को संजोने मां कौशल्या के आंगन में समारोह की भव्य तैयारी जोरों पर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 7 अक्टूबर को चंदखुरी में राम वन गमन पर्यटन परिपथ का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही श्री बघेल माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर परिसर के विकास और सौन्दर्यीकरण का उद्घाटन भी करेंगे । राम वन गमन पर्यटन परिपथ के प्रथम चरण में भगवान श्रीराम के वनवास से जुड़े प्रमुख रूप से सीतामढ़ी-हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंदखुरी, राजिम, सिहावा, जगदलपुर और रामाराम को विकसित किया जा रहा हेै।

पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि माता कौशल्या मंदिर परिसर में 51 फीट का भव्य श्रीराम भगवान की मूर्ति का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा आकर्षक एवं सुन्दरता से भरपूर भव्य गेट का भी निर्माण हो रहा है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगा। मंदिर के चारों ओर दो तालाब है, जिसका सौंदर्यीकरण किया गया है। जिससे प्राकृतिक सौंदर्य की झलक देखकर लोगों को आनंद मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सोच है कि राम वन गमन पर्यटन परिपथ के निर्माण से पर्यटन स्थलों के समीप रहने वाले स्थानीय लोगों को रोजगार मिले, छत्तीसगढ़ संस्कृति और कलाकृतियों को पहचान मिले, उनके उत्पादों को विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध हो।

पर्यटन मंत्री श्री साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दूर दृष्टि सोच से और परिकल्पना से भगवान श्री राम चंद्र जी के वनवास काल से जुड़े छत्तीसगढ़ में स्थलों को चिन्हांकित कर उन्हें राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। राम वन गमन पर्यटन परिपथ के रूप में 75 स्थानों को चिन्हांकित किया गया है। इनमें 9 स्थान प्रमुख है, जहां पर्यटन की दृष्टिकोण से आवश्यक सौंदर्यीकरण एवं सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। राम वन गमन पर्यटन परिपथ के लिए चयनित सड़कों के किनारे-किनारे वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसके अलावा शेष स्थानों को भी राम वन गमन पर्यटन परिपथ के स्वरूप में पिरोने तथा बच्चे, बूढ़े एवं महिलाओं आदि सभी तरह के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को इस दौरान जरूरत की आवश्यक सुविधाएं सड़क, बिजली, पानी, चाय, नाश्ता, भोजन, ठहरने की उचित व्यवस्था करने का कार्य भी किया जा रहा है। इस पर्यटन परिपथ को इस तरह विकसित किया जा रहा है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को धार्मिक एवं आध्यामिक परिवेश के साथ प्रदेश़ की प्राकृतिक सुन्दरता का अहसास हो सके।

माता कौशल्या मंदिर से पर्यटन परिपथ के शुभारम्भ कार्यक्रम की तैयारियों का सोमवार को पर्यटन मंत्री ने जायजा लिया। इस अवसर पर्यटन मण्डल के चेयरमेन अटल श्रीवास्तव, पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., प्रबंध संचालक यशवंत कुमार, रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

 

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