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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को उत्पीड़न से बचाने के लिए फेसबुक उठाने जा रहा है ये कदम

फेसबुक ने बुधवार को कहा कि कंपनी अपनी साइट से हानिकारक सामग्री हटाने के प्रयास के तहत उत्पीड़न के खिलाफ अपनी नीतियों में विस्तार करेगी. फेसबुक का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कंपनी के पूर्व डेटा वैज्ञानिक फ्रांसेस हौगेन ने कांग्रेस के समक्ष पिछले सप्ताह बयान दिया था कि कंपनी ने अपनी साइट पर हानिकारक सामग्री का प्रसार रोकने की अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने की दिशा में पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं और वह अकसर अपने लाभ को अपने उपभोक्ताओं के हितों से अधिक महत्व देती है.

फेसबुक की उत्पीड़न के खिलाफ नई एवं विस्तारित नीति के तहत उन सामग्रियों पर रोक लगेगी, जिनके जरिए सेलिब्रिटी और निर्वाचित अधिकारियों समेत सार्वजनिक हस्तियों को लोगों की नजरों में नीचा दिखाने की कोशिश की जाती है. यह बदलाव दुनिया भर में सरकार से असंतुष्ट लोगों, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को उत्पीड़न से सुरक्षा प्रदान करेगा. कई देशों में पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को चुप कराने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें परेशान किया जाता है.

कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क से संचालित कंपनी ने घोषणा की कि वह उन सभी सामग्रियों पर प्रतिबंध लगाएगी, जिनके जरिए कुछ लोग मिलकर किसी व्यक्ति को परेशान करने की कोशिश करते हैं. फेसबुक के वैश्विक सुरक्षा प्रमुख एंटिगोन डेविस ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘‘हम अपने मंच पर धौंस जमाने और उत्पीड़न की अनुमति नहीं देते हैं, लेकिन जब ऐसा होता है, तो हम कार्रवाई करते हैं.’’

 

 

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