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पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई ‘‘एग्री कार्नीवाल 2022’’ आज से

रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा राज्य शासन के कृषि विभाग, छत्तीसगढ़ बायोटेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसायटी, अन्तर्राष्ट्रीय चावल उत्पाद अनुसंधान संस्थान, मनीला (फिलीपींस), नाबार्ड, कंसल्टेटिव ग्रुप ऑफ इन्टरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), एनएबीएल तथा अन्य संस्थाओं के सहयोग से 14 से 18 अक्टूबर तक अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई ‘‘एग्री कार्नीवाल 2022’’ का आयोजन किया जा रहा है। इस पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई एग्री कार्नीवाल 2022 का उद्घाटन छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे करेंगे। इस अवसर पर संसदीय सचिव सुश्री शकुंतला साहू, विधायक  सत्यनारायण शर्मा,  अनिता योगेन्द्र शर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के अध्यक्ष अग्नि चन्द्राकर, छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष  सुरेन्द्र शर्मा, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल, मुख्यमंत्री  के कृषि सलाहकार  प्रदीप शर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, संचालक कृषि  अयाज एफ. तंबोली, भारत सरकार के एपीडा के अध्यक्ष डॉ. एम. अनंगमुथु, भारत सरकार के एनएबीएल के अध्यक्ष डॉ. आर.के. कोटनाला, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल और उद्यानिकी विभाग के संचालक माथेश्वरन व्ही. विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। 16 अक्टूबर को दोपहर एक  बजे मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई के दौरान आयोजित वृहद कृषक सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

इस पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के निदेशकों, कृषि वैज्ञानिकों विभिन्न कृषि उत्पाद निर्माता कम्पनियों के वरिष्ट अधिकारियों, स्टार्टअप्स उद्यमियों एवं बड़ी संख्या में प्रगतिशील कृषक शामिल होंगे। इस अवसर पर एक वृहद अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मेले सह प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। एग्री कार्नीवाल के दौरान प्रत्येक दिन कृषकों, छात्रों एवं आम नागरिकों के लिए विश्वविद्यालय के अनुसंधान प्रक्षेत्र में उगाई जा रही फसलों एवं कृषि प्रदर्शनी का भ्रमण आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई के दौरान 16 अक्टूबर को वृहद कृषक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। पांच दिवसीय कृषि मड़ई के दौरान विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें कृषि उपज निर्यात बढ़ाने हेतु क्रेता-विक्रता सम्मेलन, नवाचार स्टार्टअप्स एवं उद्यमिता पर कार्यशाला, लघु वनोपज के प्रसंस्करण एवं निर्यात पर संगोष्ठी, जैव विविधता संरक्षण एवं कृषक प्रजातियों के पंजीयन हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला, परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यताओं हेतु एनएबीएल द्वारा प्रशिक्षण, फसल प्रजनन आधुनिकीकरण एवं डिजिटलीकरण आदि प्रमुख हैं। कृषि मड़ई में फसलों की नई किस्में, अधिक आय देने वाली वैकल्पिक फसलें, नवीन कृषि प्रौद्योगिकी, प्राकृतिक एवं जैविक कृषि, जैव उर्वरक एवं जैव कीटनाशक, पशु पालन, मछली पालन एवं चारा उत्पादन, समन्वित फसल पोषक तत्व तथा कीट एवं बीमारी प्रबंधन, मृदा उर्वरता एवं मृदा स्वास्थ्य, वर्षा जल प्रबंधन एवं भू-जल संवर्धन, संरक्षित खेती, उन्नतशील कृषि यंत्र प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन आदि के संबंध में विषय विशेषज्ञ वैज्ञानिकों द्वारा जानकारी दी जाएगी। इस दौरान कृषि आधारित स्टार्टअप्स के सफल उद्यमियों द्वारा नवीन स्टार्टअप्स स्थापित करने के इच्छुक युवाओं को मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा। अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई में लगभग 20 हजार किसानों के शामिल होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि इस पांच दिवसीय एग्री कार्नीवाल एवं अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई में प्रथम दिवस 14 अक्टूबर, 2022 को ‘‘क्रेता-विक्रेता सम्मेलन एवं कार्यशाला’’ का आयोजन किया जाएगा जिसमें एपीडा द्वारा छत्तीसगढ़ से कृषि, उद्यानिकी खाद्य पदार्थाें के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्ता नियंत्रण, मापदंड एवं नियमों की जनकारी प्रदान की जाएगी। इस कार्यशाला में लगभग 500 कृषक, उद्यमी, निर्यातक एवं एपीडा के विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में चेयरमेन एपीडा, कृषक प्रतिनिधि एवं उद्योगों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस 15 अक्टूबर, 2022 को प्रातः 09 बजे से ‘‘इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय बायोटेक्नॉलाजी विभाग का राजत जयंती समारोह’’ का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला में बायोटेक्नोलॉजी के शिक्षकों, छात्रों एवं उद्यमियों के मध्य विचार-विमर्श का आयोजन किया जाएगा तथा बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हुए नए अनुसंधानों तथा बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार एवं स्व-रोजगार की संभावनाओं पर गहन विचार-मंथन किया जाएगा। कार्यशाला में 125 से अधिक छात्र एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल तथा बायोटेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक उपस्थित रहेंगे। ‘‘नवाचार, स्टार्टअप एवं उद्यमिता पर कार्यशाला’’ का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला में युवाओं, स्नातकों एवं स्टार्टअप को नवाचार की जनकारी दी जाएगी जो स्टार्टअप एवं निवेशकों के मध्य सेतु का कार्य करेगा एवं स्टार्टअप को बैंक एवं अन्य संस्थानों से ऋण एवं निवेश उपलब्ध हेतु विचार-मंथन किया जाएगा। कार्यशाला में लगभग 400 युवा उद्यमी, स्टार्टअप तथा कृषि से जुडे़ युवा प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहेंगे।

 

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