Close

डॉ. रमन सिंह के जन्मदिन पर सियासत

रायपुर।  भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आज 15 अक्टूबर को 70 वां जन्मदिन है, उनके जन्मोत्सव को लेकर राज्य में सियासत गरमा गया है। जन्मदिन के मौके पर जारी डॉ. रमन सिंह के 2 मिनट 50 सेकंड का वीडियो वायरल होने से कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, वही भाजपा के भीतर भी खलबली मची हुई है। राज्य में 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह 2018 में सत्ता से हटने के चार साल बाद धूमधाम से अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन पर रायपुर विमानतल के एक विशाल भवन में भव्य आयोजन हुआ, जिसमें प्रदेशभर के नेता और कार्यकर्ता जुटे। इस आयोजन में शामिल होने की जगह प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय और क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल सरगुजा संभाग के दौर पर चले गए।
2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में भाजपा को केवल 15 सीटें मिली थी। करारी हार के बाद भाजपा ने पराजय के कारणों की समीक्षा भी नहीं की। जन्मदिन पर भव्य कार्यक्रम और अभिनंदन समारोह को 2023 के विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है।  इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश के 31 संगठन, जिलों के पदाधिकारियों और प्रमुख कार्यकर्ताओं को मोबाइल संदेश भेज कर उपस्थित होने का बार-बार अनुरोध किया गया।  कहा जा रहा है इस कार्यक्रम के बहाने डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री की दावेदारी पेश कर दी है। जन्मदिन पर डॉ. रमन सिंह को बधाई वाले बैनर, पोस्टर और होर्डिंग से साफ लगता है कि 2023 में उनकी दावेदारी बनी रहेगी। जन्मदिन के मौके पर जारी वीडियो विकास कार्यों को बता रहा है।

डॉ. रमन सिंह के शोषण से 15 साल में  बदहाल हो गया

वीडियो में रमन सिंह कह रहे हैं –  उनके मुख्यमंत्री के कार्यकाल में 15 वर्ष में छत्तीसगढ़ का सर्वांगीण विकास हुआ।  कांग्रेस  प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है -छत्तीसगढ़ डॉ. रमन के शोषण से 15 साल में  बदहाल हो गया था ।15000 किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए। उनके कार्यकाल में आदिवासी बेमौत मारे गए। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाला छत्तीसगढ़ नक्सलगढ़ बना तो इसके लिए  डॉ रमन सिंह जिम्मेदार हैं। 2018 में शांत ,सभ्य, सौम्य छत्तीसगढ़ की जनता ने अपने शोषण के खिलाफ जब आवाज़ उठाई तो भाजपा 15  सीट पर सिमट गई, और अब 14 सीटें रह गई हैं। सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह उस अहंकार का नतीजा था जो 15 सालों की सत्ता के बाद रमन में आ गया था 36000 करोड़ का नान घोटाला ,पुत्र अभिषेक का पनामा में नाम छत्तीसगढ़ के साथ धोखा ही था जिसे छत्तीसगढ़ के लोगों  ने 2018 में नकार दिया था।

One Comment
scroll to top