Close

कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मतदान,अब तक 285 वोट पड़े : सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मरकाम ने किया मतदान

bhupesh baghel

कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए सोमवार सुबह 10 बजे से मतदान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत कई बड़े नेता मतदान कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ के 307 डेलीगेट्स के लिए पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में बूथ बनाया गया है। अब तक 285 वोट पड़ चुके हैं। करीब करीब 20 वोट बाहर हैं। शाम के 4 बजे तक मतदान होना है। मतदान के बाद मतपेटी दिल्ली ले जाई जाएगी। इस चुनाव में प्रतिनिधि वोटरों को मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में से किसी एक को चुनना है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करीब 11.10 बजे राजीव भवन पहुंचे। उसी दौरान मंत्री रविंद्र चौबे, कवासी लखमा, रुद्र कुमार गुरु, डॉ. शिव कुमार डहरिया, विधायक सत्यनारायण शर्मा, अंबिका सिंहदेव, ममता चंद्राकर आदि मंत्री विधायक भी प्रदेश पदाधिकारी भी मतदान के लिए पहुंचे। मतदान के बाद मुख्यमंत्री और उनके मंत्री कैबिनेट बैठक के लिए रवाना हो गए हैं। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा, यह मतदान कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र के मजबूती का प्रमाण है।

अध्यक्ष पद के दोनों प्रत्याशियों में से कोई भी वोट मांगने रायपुर नहीं पहुंचा है। हालांकि फोन पर ही नेताओं से बातचीत हुई है। यहां संगठन का झुकाव मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर दिख रहा है। खड़गे की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण सिंघानिया, महामंत्री अर्जुन तिवारी, अरुण सिसौदिया और सुमित्रा घृतलहरे को पोलिंग एजेंट बनाया गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में प्रत्याशी शशि थरूर के पोलिंग एजेंट विनय कुमार पावले, हरि प्रसाद कुशवाहा को बनाया गया है। दोनों सरगुजा क्षेत्र के रहने वाले हैं। थरूर का एजेंट नहीं था। इसलिए व्यवस्था बनाई गई है।

अध्यक्ष पद के दोनों प्रत्याशियों में से कोई भी वोट मांगने रायपुर नहीं पहुंचा है। हालांकि फोन पर ही नेताओं से बातचीत हुई है। यहां संगठन का झुकाव मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर दिख रहा है। खड़गे की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण सिंघानिया, महामंत्री अर्जुन तिवारी, अरुण सिसौदिया और सुमित्रा घृतलहरे को पोलिंग एजेंट बनाया गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में प्रत्याशी शशि थरूर के पोलिंग एजेंट विनय कुमार पावले, हरि प्रसाद कुशवाहा को बनाया गया है। दोनों सरगुजा क्षेत्र के रहने वाले हैं. थरूर का एजेंट नहीं था। इसलिए व्यवस्था बनाई गई है।

 

 

यह भी पढ़े:-दीवाली से पहले किसानों के हित में छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा निर्णय

One Comment
scroll to top