Close

छत्तीसगढ़ के छोटे शहरों-कस्बों में शुरू होंगे मोबाइल अस्पताल

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने इस योजना के लिए 75 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी है। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा सेवाओं के विस्तार की कवायद कर रहा है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना को छोटे शहरों और कस्बों में पहुंचाने की कोशिश में है। इसके तहत झुग्गी बस्तियों में ही कैंप लगाकर लोगों की नि:शुल्क जांच और इलाज होगा। यह कैंप सर्व सुविधायुक्त वाहनों के जरिए लगाया जाता है।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने इस योजना के लिए 75 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी है। अब जिलेवार एजेंसी चुनकर इस योजना को अपने यहां लागू कराना है। विभाग की ओर से कहा गया है कि योजना के संचालन में अगर ज्यादा राशि खर्च होती है तो दूसरी योजनाओं की बचत से इसका संचालन किया जा सकता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है, राज्योत्सव के दिन कुछ नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में इसकी औपचारिक शुरुआत की जा सकती है। प्रदेश में इस योजना की शुरुआत नवंबर 2020 में राज्योत्सव के दिन ही हुई थी। अभी तक यह योजना सभी 14 नगर निगमों के अंदर ही संचालित की जा रही थी। इसमें 9 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज किया जा चुका है।

अभी तक 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट थीं

मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत वर्तमान में 14 नगर निगम क्षेत्रों में 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित की जा रही हैं। इनमें रायपुर में 15, कोरबा में 8, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, जगदलपुर, अम्बिकापुर में 4-4, भिलाई में 3 और रिसाली, भिलाई चरोदा, धमतरी, बिरगांव और चिरमिरी में 2-2 मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात हैं।

अब सभी 155 निकायों में पहुंचेगी मेडिकल यूनिट

योजना के दूसरे चरण में शेष 155 निकायों को भी इस योजना से जोड़ा जा रहा है। यहां भी 60 नए मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित करने की तैयारी है। जिसमें बलौदाबाजार- भाटापारा, रायगढ़ में 4-4 रायपुर, कबीरधाम, राजनांदगांव, बालोद, बिलासपुर और कोरिया में 3-3 यूनिट होगी। जांजगीर-चाम्पा में 6, बेमेतरा, दुर्ग, मुंगेली, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, कांकेर और दंतेवाड़ा में 2-2 यूनिट की तैयारी है। गरियाबंद, कोरबा, गौरेला-पेण्ड्रा – मरवाही, सरगुजा, नारायणपुर, कोंडागांव, सुकमा और बीजापुर में इनकी संख्या 1-1 होगी।

मोबाइल मेडिकल यूनिट में यह सुविधाएं

इन मोबाइल मेडिकल यूनिटों में MBBS डॉक्टर, फर्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, एएनएम उपलब्ध हैं। इनमें 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किए जाते हैं। इसमें खून, पेशाब, मल, थूक, टीबी, थायराइड, मलेरिया, टाईफाईड आदि की जांच शामिल है। डॉक्टर की पर्ची के आधार पर फार्मासिस्ट यहां से 200 तरह की दवाइयां देते हैं। इन मेडिकल यूनिट के साथ ब्लड प्रेशर मापने की मशीन, शुगर टेस्ट की मशीन, ECG मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि भी उपलब्ध हैं।

 

 

यह भी पढ़ें- गांजा तस्करी पर भूपेश बघेल ने ओडिशा और मध्यप्रदेश सरकार पर साधा निशाना

One Comment
scroll to top