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अनोखी पहल :वॉशेबल हाइजीनिक सेनेटरी पैड बनाएंगी महिलाएं

० 36000 किट महिलाओं को बटेगी ,दिल्ली की एक ई केयर नामक संस्था देगी ट्रेनिंग
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर मे एक अनोखी पहल निर्धन महिलाओं को ध्यान में रखते हुए स्व सहायता समूह की महिलाएं अब हाइजीनिक सेनेटरी पैड तैयार करेंगी ,महिलाओं को पैड बनाने की ट्रेनिंग स्मार्ट सिटी की तरफ से दी जाएगी। दिल्ली की एक ई केयर नामक संस्था यह ट्रेनिंग देगी, इस पैड की खासियत यह है कि इसका इस्तेमाल करने के बाद इसे धोकर महिलाएं इसे 2 साल तक उपयोग कर सकती है. संस्था प्रयोग के तौर पर राजधानी के 61 लाख रुपए की लागत से 36000 किट महिलाओं को बटेगी ऐसे में निर्धन और गरीब महिलाओं को बार-बार पैड खरीदना नहीं पड़ेगा स्मार्ट सिटी ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है अफसरों का कहना है कि बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो पैड नहीं खरीद पाते इस कारण मजबूरी में वह शॉर्टकट का उपयोग करती हैं ,इससे संक्रमण और अनेको बीमारियों का खतरा बढ़ता रहता है नगर निगम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिल्ली की प्रतिष्ठित संस्था ई केयर की ओर से सेनेटरी पैड बनाने का प्रशिक्षण देगा। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली स्व सहायता महिलाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए 5 प्रोजेक्ट मैनेजर का चैनल होगा यह करीब 150 मास्टर टेलर तैयार करेंगे मास्टर ट्रेनर द्वारा 200 लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा इसमें महिलाओं को निजी स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़कर स्वयं आत्मनिर्भर बना सकती है।

महिलाएं और युवतियां ऐसे उपयोग कर सकेंगे

36000 किट में 91800 सेनेटरी पैड रहेगा एक कीट में तीन पैड सेनेटरी पैड रहेगा 2 वर्ष तक उपयोग में आएगा एक बार उपयोग करने के बाद इसे डिटर्जेंट पाउडर में आधे घंटे में भिगोना पड़ेगा फिर पानी से धोकर आधे घंटे के लिए धूप में सुखाना होगा पंखे के नीचे कम से कम 5 घंटे सुखाना होगा इसमें ब्रश या स्क्रब का प्रयोग नहीं करना है सूखने के बाद इसमें एक दो बूंद नींबू का रस या फिर डेटॉल डाल सकते हैं यह फिर उपयोग में आ जाएगा।


आर्थिक तंगी के कारण महिलाएं नहीं खरीद पाती पैड

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार राज्य में 15 से 24 वर्ष की 68.6 प्रतिशत लड़कियां अभी भी पुराने कपड़ों का उपयोग करती है विशेषज्ञों की मानें तो ग्रामीण और शहरी इलाकों में महिलाएं आर्थिक तंगी के कारण शॉर्टकट का इस्तेमाल कर रही हैं इसके पीछे जागरूकता की कमी और वित्तीय बाधाएं प्रमुख कारण है

अधिकारियो का दावा 61 लाख के पैड बटेगी

आयुक्त रायपुर नगर निगम मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि दिल्ली की संस्था के साथ स्मार्टसिटी महिलाओं को सेनेटरी पैड बनाने की ट्रेनिंग देगा यह ऐसा पेड़ है जिसका उपयोग 2 साल तक किया जा सकता है संस्था 61 लाख रुपए का पैड निशुल्क बांटने का काम करेगी।

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