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महिलाओं को रोजगार देकर रमन ने बनाया सशक्त बेरोजगार कर भूपेश बना रहे निःशक्तः दीपिका

जगदलपुर। भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी ने महिला स्व.सहायता समूह से रेडी टू ईट निर्माण कार्य को छीनकर उन्हें बेरोजगार करने के कांग्रेस सरकार के फैसले पर विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि रेडी टू ईट फूड निर्माण व वितरण का कार्य एक फरवरी 2022 से स्थानीय महिला स्व सहायता समूह के स्थान पर छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम द्वारा स्थापित यूनिट के माध्यम से होगा। इस विषय में महिला व बाल विकास सचिव रीना बाबा साहेब कंगाले ने पत्र जारी किया है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने फैसला लिया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट फूड का वितरण महिला समूहों की बजाय राज्य बीज व कृषि विकास निगम के माध्यम से किया जाएगा। इससे प्रदेश भर की हजारो महिलाओं के जीवन पर असर पड़ेगा।

छत्तीसगढ़ में महिला समूहों को सरकार के एक फैसले ने बेरोजगार कर दिया जिससे भूपेश सरकार का महिला विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। इससे साफ पता चलता है कि भूपेश सरकार की कथनी एवं करनी में बड़ा अंतर है महिलाओं को सशक्त बनाने की जगह निशक्त बनाने का कार्य प्रदेश की सरकार कर रही है।

दीपिका ने कहा कि रेडी टू ईट का निर्माण व वितरण का काम कृषि विकास व कृषक कल्याण व जैव प्रद्योगिकी विभाग के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य बीज व विकास निगम के माध्यम से किया जाएगा, पोषण आहार का काम पहले केंद्रीकृत था, लेकिन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतू डॉ. रमन सिंह की सरकार द्वारा इसका विकेंद्रीकरण किया गया और महिला समूहों को इसका काम दिया, परन्तु वर्तमान में कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण मंत्री परिषद के इस गलत फैसले ने इसे कुछ खास लोगों को लाभ दिलाने का कार्य कर जनहित के इस कार्य को स्वहित कर व्यापार के रूप में लिया गया है।

कर्ज लेकर कार्य कर रही हैं समूह की महिलाएं

दीपिका ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में महिला स्व सहायता समूहों की लाखों महिलाएं रेडी टू ईट पोषण आहार का निर्माण सालों से करती आ रही है। इससे जीवन यापन के लिए उन्हें रोजगार मिला है। रेडी टू ईट निर्माण के लिए कहीं से भी शिकायत व आपत्ति नहीं है। उनका कहना है कि रेडी टू ईट निर्माण के लिए कर्ज लेकर या स्वयं की राशि लगाकर लाखों रुपये के मशीन लगाए है, जो काम बंद होने के बाद बेकार हो सकते हैं। समूह कर्ज में डूब जाएगा।

भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका ने मांग रखी है कि पहले की तरह स्व. सहायता समूह की महिलाओं को रेडी टू ईट निर्माण के काम को यथावत रखा जाए। क्योंकि महिलाएं आंगनबाड़ियों में सफलतापूर्वक रेडी टू ईट का निर्माण कर वितरण कर रही है। सामग्रियों का मूल्य बाजार मूल्य से अधिक होने के बाद भी समूह घाटा सहन कर कार्य कर रही है।
एकीकृत बाल विकास परियोजना के सभी सेक्टरों में पोषण आहार की व्यवस्था महिला स्व सहायता समूह रेडी टू ईट फूड का निर्माण कर वितरण कर रही थी। नई व्यवस्था के बाद इन समूहों की कार्य करने वाली महिलाएं बेरोजगार हो जाएंगी, जिससे आने वाले दिनों में उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पडेगा जिसकी जिम्मेदार कांग्रेस की भूपेश सरकार होगी।

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