बिलासपुर के पक्षी प्रेमियों के सुखद खबर है। यहां ठंड बढ़ने के साथ ही दुर्लभ साइबेरियन रूबीथ्रोट बर्ड ने डेरा जमा लिया है। इन पक्षियों को वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने अपने कैमरे में कैद किया है। आमतौर पर यह पक्षी यूरोप, अलास्का और एशिया के देशों में झील, दलदल व झाड़ियों में दिखाई देता है।
पक्षी के जानकार बताते हैं साइबेरियन रूबीथ्रोट मूलत: साइबेरिया की पक्षी प्रजाति है। जैसे उसके नाम से जाहिर होता है। यह विंटर विजिटर बर्ड है। यह पक्षी भोज वृक्ष और दलदली झाड़ियों में ब्रीडिंग करती है। सर्दियां शुरू होते ही यह प्रवास के लिए अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप के देशों का रुख करते हैं। बताया जा रहा है कि बहुत पहले यह पक्षी अमरकंटक की झाड़ियों के साथ ही अंबिकापुर में भी नजर आते थे। इन्हें झील व झरनों के ऊपर उड़ान भरते देखा जाता था, लेकिन, वर्तमान में यह दुर्लभ हो गई है। एक बार इन पक्षियों का नजर आना एक सुखद अहसास है।
बिलासपुर के राजकिशोर नगर स्थित ऊर्जा पार्क के आसपास पहली बार इसे कैमरे में कैद करने का दावा किया जा रहा है। इसे देखने के लिए और फोटोग्राफ लेने के लिए प्रदेश के कई जिलों से फ़ोटोग्राफर बिलासपुर भी पहुंच रहे है। गुरुवार को वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर शिरिष डामरे के साथ रायपुर से वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर हैप्पी सिंग और यश शुक्ल पहुंचे थे। जिन्होंने साइबेरियन रूबीथ्रोट को अपने कैमरे में कैद किया। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश गिने चुने जिलों में इन पक्षियों को देखा गया था। साल 2018 में रायपुर के बरबंदा और अम्बिकापुर में साइबेरियन रूबीथ्रोट नजर आया था।
अनुकूल है यहां का वातावरण
जानकारों का कहना है कि जैव विविधता से भरपूर छत्तीसगढ़ प्रदेश में ऐसे कई प्रमाण मिल चुके हैं कि यहां भी विभिन्न देशों से पक्षी भ्रमण के लिए आते हैं। कई दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी यहां अलग-अलग जगहों में देखे गए हैं। जो मौसम के हिसाब से विचरण करते हैं। दुर्लभ साइबेरियन रूबीथ्रोट इनमें से एक है। जो इन दिनों बिलासपुर में नजर आ रहे हैं।
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