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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में हाथियों का आतंक

छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में फिर से हाथियों का एक बड़ा झुंड पहुंच गया है। इस बार जिले में 43 हाथियों का झुंड पहुंचा है। जो लगातार आतंक मचा रहा है। अब एक बार फिर से हाथियों के पहुंचने से गांव में रहने वाले लोग काफी दहशत में हैं। वहीं वन विभाग के लाख समझाने के बाद भी लोग वीडियो बनाने हाथियों के नजदीक पहुंच रहे हैं। हाथी ऐसी स्थिति में कभी भी हमला कर सकता है।

जिले के मरवाही वन रेंज में हाथियों का झुंड पहुंचा है। यह झुंड इस रेंज के अलग-अलग इलाकों में घुसकर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहा है। इसके अलावा झुंड ने कई किसानों के घर भी तोड़ दिए हैं। बताया गया कि पिछले 2 दिनों के अंदर ही हाथियों ने 15 किसानों की फसलों को चौपट कर दिया। साथ ही 6 किसानों के मकानों को तोड़ दिया है। सोमवार को हाथियों का यह झुंड मरवाही से बंशीताल गांव जाने वाले रास्ते में रोड क्रॉस करने नजर आया। इस दौरान भीड़ उन्हें कैमरे में कैद करने उनके पास तक पहुंच गई।

दरअसल, हफ्ते भर पहले मरवाही वन रेंज में हाथियों का झुंड पहुंचा था। इसके बाद यह झुंड कभी कोरबा के पसान रेंज में जाता को कभी वापस मरवाही रेंज में घुस जाता। इस बीच रविवार को यहा झुंड रूमगा और मटियाडाड़ गांव पहुंचा था। जहां इन्होंने 9 किसानों की फसलों को चौपट किया और 3 मकान को तोड़ दिया।

इसके पहले शनिवार को ही मरवाही रेंज के अलग-अलग इलाकों में विचरण करने के दौरान झुंड ने 6 किसानों की फसलों को नष्ट कर दिया और 6 मकानों को तोड़ दिया। हाथियों के इस मूवमेंट के बाद वन विभाग हाथियों पर नजर रख रहा है।

जानकारी के मुताबिक, हफ्तेभर पहले 42 हाथी मरवाही रेंज में पहुंचे थे। 2 दिन पहले इसी रेंज के नाका गांव के पास ही मादा हाथी ने एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद हाथियों की यह संख्या बढ़कर 43 हो गई। बच्चे के जन्म के कारण एक से डेढ़ दिन तक लगभग यह झुंड नाका गांव के पास ही घूमता रहा। इस वजह से वन विभाग को जिला मुख्यालय से नाका गांव जाने वाले रोड पर पोस्टर लगाना पड़ा कि यह हाथी विचरण क्षेत्र है। इस इलाके में जाना खतरनाक हो सकता है।

वन विभाग की ओर से बताया गया कि हाथियों का यह झुंड अभी बंशीताल गांव के कंपार्टमेंट नंबर 2005 में ही सागौन प्लांटेशन के पास मौजूद है। वन विभाग की ओर से दल पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। रात को वन कर्मियों की अलग से तैनाती की गई है। लोगों को हिदायत दी जा रही है कि किसी भी हालत में वह हाथियों के नजदीक न जाएं।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही समेत प्रदेशभर में हाथियों का विचरण सालभर रहता है। हाथी लगातार एक जिले से दूसरे जिले में पहुंचते हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से हाथियों के मूवमेंट की खबरें आए दिन सामने आती रहती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि किसी भी हाल में हाथियों के करीब नहीं जाएं। 6 दिन पहले धमतरी में हाथी ने एक महिला की पटक-पटककर जाल ले ली थी। महासमुंद में तो कैमरा से वीडियो बना रहे एक शख्स को भी हाथियों ने मार दिया था। इसके अलावा हाथियों के हमले से प्रदेश में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।

 

 

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