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मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग बढ़ने के चलते अक्टूबर में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 3.2% बढ़ा

अक्टूबर के दौरान भारत के औद्योगिक विकास रफ्तार पकड़ती नजर आ रही है. इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) में 3.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा ये आंकड़े जारी किये हैं. बीते साल अक्टूबर, 2020 में 4.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई थी और सितंबर में यह आंकड़ा 3.1 फीसदी रहा था.

अक्टूबर, 2021 के दौरान माइनिंग में 11.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का 2 फीसदी के दर से बढ़ा है. इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन में 3.1 फीसदी की बढ़त रही. पिछले कुछ महीनों के दौरान इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में बढ़ोतरी की मुख्य वजह बीते साल की सुस्ती थी, लेकिन आईआईपी के ताजा आंकड़ों से संकेत मिलते हैं कि लो बेस इफेक्ट का असर अब कम हो रहा है और अर्थव्यवस्था में सुधार नजर आ रहा.

बीते साल कोविड की पड़ी थी मार

बीते साल अधिकांश महीनों में लॉकडाउन के चलते इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में गिरावट रही थी, क्योंकि कोविड से जुड़ी बंदिशों के कारण कंपनियों के उत्पादन पर असर पड़ा था. जिसके चलते अर्थव्यवस्था की रफ्तार कुंद पड़ गई थी. अप्रैल-अक्टूबर के दौरान इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 20 फीसदी की मजबूती दर्ज की गई है, जबकि बीते साल इसी अवधि में 17.3 फीसदी की गिरावट रही थी.

 

 

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