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सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षित यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने परिवहन मंत्री ने अकबर वे दिए निर्देश

० चिन्हित ब्लैक स्पॉट तथा जंक्शन में सुरक्षा उपायों पर तेजी से हो कार्य
० जिला सड़क सुरक्षा समिति की हर माह नियमित बैठक के निर्देश
० राजनांदगांव, धरसींवा, अभनपुर, पाली, सिमगा, सुकमा, बेमेतरा तथा पत्थलगांव में ट्रामा स्टेब्लाईजेशन यूनिट्स की स्थापना शीघ्र

रायपुर।परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक नवा रायपुर मंत्रालय स्थित महानदी भवन में ली गई। उन्होंने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के रोकथाम सहित सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए सभी संबंधित विभागों को प्रभावी पहल हेतु विशेष जोर दिया। परिवहन मंत्री श्री अकबर ने इस दौरान लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने और इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष अरूण वोरा और प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) प्रदीप गुप्ता, सचिव परिवहन एस. प्रकाश तथा आयुक्त परिवहनदीपांशु काबरा उपस्थित थे।

परिवहन मंत्री श्री अकबर ने बैठक में चर्चा करते हुए हर माह जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित करने के लिए विशेष जोर दिया। जिलों में जिला कलेक्टर द्वारा प्रतिमाह के मान से वर्ष में 12 तथा सांसद की अध्यक्षता में प्रति तिमाही के मान से 4 बैठकों का आयोजन किया जाना होता है। उन्होंने इस दौरान ब्लैक स्पॉट के चिन्हांकन पश्चात उनमें तत्परता से सुधार की कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने सड़क सुरक्षा दुर्घटना को रोकने के उपायों के तहत सड़कों के जंक्शन में सुरक्षा संबंधी उपायों पर भी तेजी से कार्य करने के लिए निर्देशित किया।

परिवहन मंत्री श्री अकबर ने ब्लैक स्पॉट के सुधार कार्य में विलंब पर नाराजगी व्यक्त की और संबंधित विभागीय अधिकारियों को तेजी से कार्यवाही के लिए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में दुर्घटना के शिकार लोगों के त्वरित उपचार हेतु व्यवस्था, राज्य में ट्रांमा सेंटर की स्थिति, पाठ्यपुस्तकों में यातायात शिक्षा सामग्री का समावेश और यातायात के नियमों के उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई तथा यातायात नियमों के पालन आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने वाहनों की सघन जांच और तेज गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड गवर्नर लगाने की दिशा में कार्रवाई करने तथा नशापान और सड़क पर स्टंट करके वाहन चलाने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए भी निर्देशित किया।

बैठक में इंस्टिट्यूट ऑफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च संस्थान में उत्खन्न से जुड़े मशीनों के संचालन के लिए प्रशिक्षण शुरू करने के संबंध में भी विस्तार से चर्चा हुई। इससे उत्खन्न के क्षेत्र में भी युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे। नवा रायपुर में संचालित आईडीटीआर में अब तक 12 हजार से अधिक वाहन चालकों को उनके कौशल वृद्धि के लिए प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस दौरान अध्यक्ष अंतर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा श्री संजय शर्मा ने अवगत कराया कि प्रदेश के दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों राजनांदगांव, धरसींवा, अभनपुर, पाली, सिमगा, सुकमा, बेमेतरा तथा पत्थलगांव में ट्रामा स्टेब्लाईजेशन यूनिट्स की शीघ्र स्थापना होगी। इनके निर्माण हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राशि की स्वीकृति मिल गई है। इसी तरह राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, बालोद तथा धमतरी में सि.टी. स्कैन मशीन की भी स्थापना की कार्यवाही जारी है। इस दौरान बताया गया कि इस वर्ष प्रदेश के समस्त 67 हजार 682 मितानिनों को एस.एच.आर.सी. के द्वारा प्राथमिक उपचार हेतु फर्स्ट ऐड संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है।

 

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