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केंद्रीय मंत्री आठवले ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की वकालत की

रायपुर। केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग उठाई है। रायपुर में उन्होंने कहा, उनकी पार्टी ने कल ही केंद्र सरकार को एक पत्र लिखकर इसकी औपचारिक मांग की है। एक-दो दिन में वे खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर यह मांग उठाने की कोशिश में हैं।

रायपुर में प्रेस से चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री अठावले ने कहा, महाराष्ट्र में इन दिनों धर्म-धर्म में संघर्ष निर्माण की कोशिश हो रही है। राज ठाकरे एक राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष हैं। उनको अपनी भूमिका रखने का अधिकार है, लेकिन वे ऐसी भूमिका ना रखें जिससे समाज में विवाद पैदा हो। अगर उनको हनुमान चालीसा का पाठ करना है तो मंदिर के सामने जाकर करें। लेकिन मस्जिदों से लाउडस्पीकर निकालने की भाषा बहुत गलत है। हम इसका विरोध करते हैं। आठवले ने दूसरे सम्प्रदाय की भूमिका भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, मुस्लिम समाज के जो मौलाना लोग हैं, वे भी उल्टी-सीधी बात कर रहे हैं। उनको भी मुस्लिम समाज की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, महाराष्ट्र सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम नहीं रह गई है। वहां एमपी-एमएलए नवनीत राणा और रवि राणा को सरकार ने जेल में डाल दिया है। मुख्यमंत्री निवास पर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा के लिए उनपर राजद्रोह का मामला लगाया गया है। पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को पुलिस थाने बुलाया गया था। भाजपा नेता किरीट सोमैया उनके ऊपर शिव सेना के लोगों ने पथराव किया है। सरकार के दुरुपयोग की कोशिश हो रही है। जगह-जगह वातावरण एकदम बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। सत्ताधारी शिव सेना के लोग जिस तरह गुंडागर्दी कर रहे हैं यह अच्छी बात नहीं है। गुंडागर्दी ही करनी है तो सरकार से बाहर आ जाओ। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है। उनकी पार्टी वहां राष्ट्रपति शासन की मांग करती है। तभी वहां कानून-व्यवस्था की स्थित ठीक की जा सकती है।

छत्तीसगढ़ में 23 रेल गाड़ियों को बंद करने से जुड़े एक सवाल पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी। अब मामला संज्ञान में आया है तो वे मंत्रालय स्तर पर बात कर समाधान की कोशिश करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव के आरोपों से भी इन्कार किया। हांलाकि उन्होंने यह जरूर कहा, भाजपा को यहां सत्ता में आना है इसलिए यहां भी केंद्रीय योजनाओं का पैसा अब दिया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, अभी पेट्रोल-डीजल के भाव थोड़े बढ़ गए हैं। क्योंकि कोरोना के कारण इकोनॉमी ध्वस्त हो गई थी। उसको ठीकठाक करने के लिए ऐसा हुआ है। क्याेंकि सरकार के पास भी थोड़ा पैसा चाहिए। दुनिया के बाजारों में भी यही स्थिति हो गई है। इसको कम करना है तो राज्यों को भी टैक्स कम करने पर विचार करना चाहिए। राज्यों को केंद्र पर आरोप लगाने भर से काम नहीं चलेगा। राज्य ने टैक्स कटौती की तो ऑटोमेटिकली पेट्रोल-डीजल के भाव पांच-दस रुपए कम हो जाएंगे।

 

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