रायपुर, आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के 75 शहरों में 19 जून से 28 जुलाई तक शतरंज ओलंपियाड टॉर्च रिले आयोजित की जा रही है। इसी के तहत देश के कई शहरों से होते हुए आज शतरंज ओलंपियाड रिले टार्च रायपुर पहुंची। जहां स्वामी विवेकानंद विमानतल के बाहर ढोल नगाड़े के साथ बीच शतरंज ओलंपियाड टार्च रिले का स्वागत किया गया।
देश के 75 शहरों से गुजरने वाली मशाल का 61वां पड़ाव रायपुर था। आगे राज्य की शतरंज खिलाड़ी सुश्री किरण अग्रवाल मशाल लेकर हैदराबाद जाएंगी। इस दौरान मशाल का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल सहित अनेक खेल संघों, खिलाड़ियों, स्कूली बच्चों और जनप्रतिनिधियों ने जोरदार स्वागत किया। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल और ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से ने टार्च थामा। इस दौरान अतिथियों का स्वागत राजकीय गमछा पहनाकर किया गया।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में टार्च रिले का शुभारंभ विश्वनाथन आनंद के हाथों मशाल सौंपकर किया था, जो दिल्ली से विभिन्न प्रान्तों से होते हुए आज शनिवार को सुबह 9 बजे भुनेश्वर से रायपुर पहुंचे।
पंडित दीनदयाल आडिटोरियम में मुख्यमंत्री को हाथों सौंपा
प्रवीण थिप्से की अगुवाई में यह मशाल रिले एअरपोर्ट से शुरू होकर तेलीबांधा, जयस्तंभ चौक व पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम पहुंचे। जहां कार्यक्रम का मुख्य आयोजन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से मुख्यमंत्री को यह मशाल सौंपा। इस दौरान दोनों ने मंच पर शतरंज भी खेला। इस कार्यक्रम में खेल प्रेमी, शतरंज खिलाड़ी व स्कूली बच्चे प्रमुख रूप से मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ के लिए बहुत गौरव का विषय
इस दौरान शतरंज ओलंपियाड की मशाल का स्वागत करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यह बहुत गौरव का विषय है कि वर्ल्ड चेस फेडरेशन ने पहली बार ओलंपिक मशाल की तर्ज पर चेस मशाल रिले की अनुमति दी है। भविष्य में चेस ओलंपियाड का आयोजन भले ही किसी भी देश में हो, उसके मशाल की शुरूआत भारत से ही होगी।
188 देशों के खिलाडियों के शह-मात का गवाह बनेगा
रायपुर के साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित स्वागत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि इस बार चेस ओलंपियाड की मेजबानी हमारा देश कर रहा है। मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री स्टालिन को विशेष तौर पर बधाई देता हूं कि उन्होंने इस गौरवपूर्ण आयोजन की मेजबानी के लिए अपने राज्य की ओर से 75 करोड़ रुपए की गारंटी और विश्व स्तरीय अधोसंरचना उपलब्ध कराई है। तमिलनाडु का महाबलीपुरम 188 देशों के दो हजार से अधिक खिलाडियों के दांव-पेंच तथा शह-मात के दिमागी कौशल का गवाह बनेगा।
खेल के जन्मदाता भारत को पहली बार मिली जिम्मेदारी
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने संबोधन में कहा कि देश में हो रहे सबसे बड़े खेल आयोजन की मशाल आज छत्तीसगढ़ की धरती पर पहुंची है जिसका हम तहेदिल से स्वागत करते हैं। उन्होंने बताया कि महाबलीपुरम में आगामी 28 जुलाई से 10 अगस्त तक शतरंज ओलंपियाड का आयोजन हो रहा है। इस खेल के जन्मदाता भारत को पहली बार इसके आयोजन की जिम्मेदारी मिली है।
स्वागत में ये हुए शामिल
शतरंज ओलंपियाड टार्च रिले के स्वागत के लिए स्वामी विवेकानंद विमानतल पर खेल मंत्री उमेश पटेल, सचिव खेल विभाग नीलम एक्का, संचालक खेल एवं युवा कल्याण मती श्वेता सिन्हा, वुमन फीडे मास्टर सु किरण अग्रवाल, छत्तीसगढ़ शतरंज एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंघानिया, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष विजय अग्रवाल, महासचिव गुरुचरण होरा उपस्थित रहें।
बच्चों के साथ खेले साइमल मैच
उल्लेखनीय है कि शतरंज के होनहार खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिए ऑडिटोरियम में अर्जुन अवॉर्डी ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से प्रदेश के प्रतिभाशाली 60 शतरंज खिलाड़ियों के साथ शतरंज बोर्ड पर साइमनटेनियस चेस खेलकर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर ब्लिट्ज शतरंज स्पर्धा का भी आयोजन किया गया है।