झारखंड के साहिबगंज से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां श्रद्धा हत्याकांड की तरह 22 साल की रबिता की हत्या करने के बाद शव के 50 टुकड़े किए और फिर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए।
जानकारी के अनुसार 22 साल रबिता की हत्या जिहादी दिलदार ने अपने परिवार वालों के साथ मिल कर की है। बता दें जिहादी दिलदार रबिता का पति है। जिसने बेहरमी से रबिता की हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। हत्या के बाद से मुस्लिम दिलदार और उसके परिवार वाले पिता मुस्तकीम अंसारी, मां मरियम खातून, पत्नी गुलेरा, भाई अमीर अंसारी समेत अन्य घरवालों पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे लोग
रबिता की जघन्य हत्या से लोगों में गुस्से का भाव है। लोग आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। कबाड़ का काम करने वाले दिलदार ने आदिवासी पत्नी रबिता के साथ जो दरिंदगी की, उसे जानकर लोगों का प्यार पर से विश्वास उठ जाएगा। 22 साल की रबिता झारखंड के बोरियो थाना क्षेत्र के गोंडा पहाड़ की रहने वाली एक आदिवासी लड़की थी। आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय की रबिता 6 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी। 9वीं तक पढ़ने के बाद रबिता ने पढ़ाई छोड़ दी थी।
हत्या के लिए लोहा काटने वाली मशिन का किया प्रयोग
जिहादी दिलदार ने रबिता की हत्या के लिए लोहा काटने वाली मशिन का प्रयोग किया है। रबिता की हत्या के मामले में जिहादी दिलदार और ससुराल वालों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने छानबीन के दौरान जिहादी दिलदार और उसके मामा मुस्लिम मोईनुल अंसारी के पड़ोसी मैनुल अंसारी के घर से रबिता की चप्पल और कपड़े मिले हैं।
पति की मौत के बाद रबिता टूट सी गई थी
रबिता के परिजनों ने उसकी शादी आदिवासी समाज में की थी। लेकिन पति की मौत के बाद रबिता टूट सी गई थी। पति की मौत के बाद बोरियो बाजार आने-जाने के दौरान रबिता की मुलाकात दिलदारी अंसारी से हुई। दिलदार काम तो कबाड़ी का करता था। लेकिन पहनावे और रहन-सहन में स्टाइलिश था। पति की मौत से टूटी रबिता को दिलासा देकर दिलदार ने भरोसा जीता। फिर दोस्ती के बाद दोनों की नजदीकी बढ़ी।
पुलिस ने रबिता के शव के अंश किए बरामद
पुलिस ने शनिवार को रबिता के शव के एक अंगूली, एक कंधा, एक कूल्हा, एक हाथ, पीठ का निचला हिस्सा, फेफड़ा और पेट के अंश बरामद किए। वहीं दूसरे दिन रविवार की सुबह पुलिस ने दो अंगुली और पेट का हिस्सा आंगनबाड़ी केंद्र बोरियो संथाली से बरामद किया है।
परिजनों के समझाने पर भी नहीं छोड़ा दिलदार का साथ
दिलदार से नजदीकी की बात पता चलने पर रबिता के परिवार वालों ने उसे समझाया भी था। लेकिन वो नहीं मानी, कुछ दिनों तक दोनों लिव इन में रहे। जिसके बाद रबिता ने शादी का दवाब बनाया तो दिलदार बहाने बनाने लगा। बाद में पुलिस के समझाने पर दिलदार शादी के तैयार हुआ। दोनों की शादी की। लेकिन कुछ दिनों तक पति-पत्नी की तरह रहने के बाद ही दोनों में अनबन होने लगी।
रबिता पर था धर्म बदलने का दबाव
रबिता की बहन शीला पहाड़िया ने कहा-बोरियो बेल टोला निवासी दिलदार पेशे से कबाड़ी है। पिता सुरजा पहाड़िया और मां चांदी पहाड़िया इस रिश्ते का विरोध करते थे। एक महीने पहले दोनों घर से भाग कर थाना पहुंचे, जहां पुलिस ने उनकी शादी करा दी। शादी के बाद ही दिलदार और उसके परिवार के सदस्य उस पर धर्म बदलने का दबाव डाल रहे थे। मारपीट करते थे। जब रबिता नहीं मानी तो उसकी नृशंस हत्या कर दी।
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