अंबिकापुर। अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पास 50 किलो गांजा लेकर उत्तरप्रदेश जाने की कोशिश कर रहे तीन युवकों को पुलिस ने धर दबोचा। उनके पास से 50 किलो गांजा बरामद किया गया है,जिसकी कीमत साढ़े सात लाख रुपये बताई गई है। पकड़े गए युवकों में दो उत्तरप्रदेश के हैं। गांजा आरोपियों तक ओड़िसा से लैलूंगा पहुंचा था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
अंबिकापुर एसपी भावना गुप्ता ने बातया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि अंबिकापुर के अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पीछे कबीर आश्रम के पास तीन युवकां द्वारा बड़ी मात्रा में गांजा लेकर पहुंचने की सूचना मिली थी। सूचना पर सीएसपी स्मृतिक राजनाला व एसडीओपी ग्रामीण अभिषेक पांडेय व बस स्टैंड पुलिस सहायता केंद प्रभारी अभिषेक पांडेय की टीम ने कबीर आश्रम के पास पहुंचकर तीन संदिग्ध युवकों की पतासाजी की। वहां तीन संदिग्ध युवकों को पकड़ा गया।
एसपी ने बताया कि युवकों के बैगों की तलाशी लेने पर उसमें 50 किलो गांजा बरामद किया गया। युवकों की शिनाख्त प्रमोद प्रधान निवासी लैलूंगा रायगढ़, बबलू पटेल एवं क्लेक्टर विंद दोनों साकिन भदोही उत्तरप्रदेश के रूप में हुई। जब्त गांजे की कीमत करीब 7.50 लाख रुपये है। आरोपियों के खिलाफ धारा 20 (सी ) व 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
शिवरात्री में मांग, इसलिए लेकर जा रहे थे गांजा
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उत्तरप्रदेश में शिवरात्री पर गांजे की खासी मांग रहती है एवं अच्छी कीमत मिलती है। इस मांग को देखते हुए यूपी के बबलू पटेल एवं कलेक्टर विंद ने लैलूंगा के प्रमोद प्रधान से संपर्क किया। प्रमोद प्रधान तक ओड़िसा से गांजा पहुंचा था। तीनों युवकों को आज कोर्ट में पेश किया गया।