कब है गणेश चतुर्थी ? जानें गणपति बप्पा की स्थापना कैसे करें, इन नियमों का जरूर रखें ख्याल

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इसी दिन से गणेश उत्सव शुरू हो जाता है। इस बार यह शुभ तिथि 27 अगस्त को पड़ रही है। ऐसे में अगर आप भी अपने घर में गणपति बप्पा को लाने वाले हैं, तो कुछ जरूरी नियमों और विधि को जरूर जान लें। मान्यता है की विधि पूर्वक और नियमों का ध्यान रखते हुए भगवान गणेश की प्रतिमा को घर में स्थापित करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जातक को गणपतिजी की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। आइए विस्तार से जानें गणेशजी की मूर्ति स्थापित करने के नियम और विधि…
भगवान गणेशजी की मूर्ति स्थापित करने का समय
कहा जाता है कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मध्याह्न में भगवान गणेश का जन्म हुआ था। ऐसे में गणेश चतुर्थी के दिन दोपहर के समय ही अभिजीत मुहूर्त में उनकी मूर्ति स्थापित करना शुभ माना जाता है। बता दें कि इस दिन का शुभ समय सुबह के 10 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित करना सबसे शुभ माना जाता है।
गणेशजी की मूर्ति घर लाते समय जरूर करें ये काम
भक्तों को गणेश चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करने के बाद भगवान गणेश की मूर्ति लानी चाहिए। उन्हें घर लाते समय आंखों पर लाल रंग का साफ कपड़ा जरूर बांध दें और पूरे गाजे बाजे के साथ उन्हें अपने घर में प्रवेश कराएं। साथ ही, स्वागत करते समय पुष्प की वर्षा करना बहुत अच्छा माना जाता है और जयकारे लगाते हुए उन्हें अंदर ले जाएं।
गणपतिजी की मूर्ति स्थापित करने से पहले करें ये काम
घर में उत्तर दिशा में भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित करना सबसे उत्तम माना जाता है। साथ ही, इस बात का भी ख्याल रखें उनकी प्रतिमा का पीछे का भाग आपके सामने न रहे, केवल उनका मुख यानी सामने का भाग दिखाई पड़ना चाहिए। इस प्रकार घर में गणेशजी की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। जिस भी स्थान पर आप भगवान गणेश की मूर्ति रखें वहां स्वास्तिक जरूर बनाना चाहिए और उस पर चावल व पुष्प की वर्षा करें।
कितने दिन रखे जाती है भगवान गणेशजी की प्रतिमा
गणेश उत्सव सामान्य तौर पर 11 दिन का होता है। दस दिनों तक भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित करने के बाद 11वें दिन विसर्जन किया जाता है। वहीं, डेढ़, 5, 7, 11 और 21 दिन के लिए भी गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है। मुंबई के अंधेरी में एक पंडाल में मनोकामना पूर्ति होने पर 21 दिनों के लिए गणेशजी की मूर्ति स्थापित की जाती है।
भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करने की विधि
० इसके लिए सबसे पहले उस स्थान को अच्छी तरह साफ करके सजा लें जहां आप मूर्ति को स्थापित करने वाले हैं। इसके बाद, चारों ओर गंगाजल जरूर छिड़कें।
० लकड़ी की चौकी पर लाल या पीले रंग का वस्त्र बिछा लें और वहां स्वास्तिक बनाकर उस पर पुष्प और चावल डालें।
० भगवान गणेशजी की मूर्ति के साथ-साथ कल की स्थापना पूर्व दिशा में करना सबसे उत्तम माना जाता है। इसके बाद, गणपति बप्पा के सभी नामों का जाप करें।
पुष्प, धूप, दीप आदि के साथ विधि-विधान से गणेशजी की पूजा करें और अंत में घी का दीपक जलाकर आरती करें। साथ ही, आप भगवान गणेश के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।
० गणपति बप्पा को घी से बने 21 मोदक का भोग लगाकर सभी लोगों में इसे बांटना चाहिए और व्रत रखने वालों को सुबह हाथ में थोड़े चावल और पुष्प लेकर मम सर्वकर्मसिद्धये सिद्धिविनायकपूजनमहं करिष्ये’ मंत्र का जाप करते हुए संकल्प लेना चाहिए।