दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आगामी प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन के समापन सत्र में प्रवासी भारतीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की। इन पुरस्कार विजेताओं में वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपने अद्वितीय योगदान से प्रवासी भारतीय समुदाय का नाम रोशन किया है। इस साल प्रवासी भारतीय सम्मान के लिए 27 विभूतियों का चयन हुआ है। विदेश में रहने वाले भारतीयों को दिए जाने वाले इस सर्वोच्च सम्मान के लिए चुनी गई ये हस्तियां 23 देशों में रहती हैं। इनका शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवसाय समेत कई अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान है।
पुरस्कार समिति ने की थी नामों की सिफारिश
इसमें से कुछ प्रमुख नामों में ब्रिटेन से बैरोनेस उषा कुमारी पराशर (राजनीति में), अमेरिका में डॉ. शर्मिला फोर्ड (समुदाय सेवा में) शामिल हैं। इसके अलावा कुछ संस्थाओं को भी यह सम्मान दिया जाएगा। प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (2025) के लिए नामों की सिफारिश ज्यूरी-कम-अवॉर्ड कमेटी ने सिफारिश की थी। यह पुरस्कार विदेश में रहने वाले भारतीयों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रदान करेंगी पुरस्कार: विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जो भारतीय मूल के हैं या उन संस्थाओं या संगठनों को दिया जाता है, जो प्रवासी भारतीयों द्वारा स्थापित और संचालित हैं। मंत्रालय ने कहा, राष्ट्रपति प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के समापन सत्र में प्रदान करेंगी।
पुरस्कार के लिए किन हस्तियों के नामों का हुआ एलान
ज्यूरी-कम-अवॉर्ड कमेटी में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अध्यक्ष के रूप में और विदेश मंत्री एस जयशंकर उपाध्यक्ष के रूप में शामिल थे। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित सदस्य इस समिति का हिस्सा थे, जिन्होंने नामांकनों की समीक्षा की और सर्वसम्मति से पुरस्कार विजेताओं का चयन किया। पुरस्कार बाने वाले अन्य नामों में ऑस्ट्रेलिया के प्रोफेसर अजय राणे (समुदाय सेवा में), ऑस्ट्रेलिया से डॉ. मरियालेना जोन फर्नांडीज (शिक्षा के क्षेत्र में) और रोमानिया से जगन्नाथ शेखर अस्थाना (व्यवसाय में) शामिल हैं।