रायगढ़ । 10 जनवरी की सुबह थाना चक्रधरनगर प्रभारी प्रशांत राव अहेर को उनके क्षेत्रांतर्गत सूर्या बिहार कॉलोनी के मुकेश अग्रवाल द्वारा फोन पर उनकी कालोनी में 3 लड़कियों द्वारा पड़ोस में रहने वाली शालिनी अग्रवाल नाम की महिला के साथ मारपीट कर उसे बंधक बनाकर आलमारी में रखे करीब 7-8 लाख के ज्वेलरी और 20 हजार रूपये नकद लेकर फरार होने की जानकारी मिली । तत्काल थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई और स्वयं अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच कर तफ्तीश शुरू की गई। एसएसपी सदानंद कुमार ने मामले की गंभीरता के मद्देनजर कमान संभालते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा की मॉनिटरिंग में तत्काल एसडीओपी दीपक मिश्रा, डीएसपी निकिता तिवारी और साइबर सेल की टीम को मौके के लिए रवाना कर सभी थाना प्रभारी को अलर्ट कर नाकेबंदी और सघन जांच के निर्देश दिए।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम को पीड़ित महिला शालिनी अग्रवाल पति दिनेश अग्रवाल उम्र 40 वर्ष निवासी सूर्या सूर्य विहार कॉलोनी रायगढ़ ने बताया कि उसके पति दिनेश अग्रवाल क्रेशर व्यवसायी हैं और अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। शालिनी रायगढ़ में अकेली रहती है, शालिनी ने बताया कि उसके घर में काम करने वाली सहायिका (बाई) छुट्टी चले जाने पर मोहल्ले में कॉलोनी में काम करने वाली एक अन्य लड़की नीतू को उसके घर काम करने के लिए सहायिका (बाई) ढूंढने को बोली थी जिसने सोनूमुडा की नेहा शर्मा नाम की लड़की को घर के कामों के लिए मिलवाया था । नेहा शर्मा 7 जनवरी से इनके घर काम कर रही थी। रोज की तरह आज 10 जनवरी की सुबह नेहा 8:00 बजे आई पर आज दो और लड़कियों को भी साथ लाई थी। नेहा ने बताया कि उसकी दादी का देहांत हो गया है आज काम करने के बाद दोपहर में उन दोनों लड़कियों के साथ दादी के घर जाएगी जिसके बाद शालिनी नहाने चली गई और 10 मिनट बाद जैसे ही बाथरूम से निकली । वहीं ताक में खड़ी नेहा और उसके साथ आयी दोनों लड़कियां ने शालिनी के निकलते ही पहले पीछे से वार किया और उसके बाद जब शालिनी अपने होश खोने लगी तब उसके मुंह और हाथ पैरों को दुपट्टे से बांधकर उससे मारपीट कर आलमारी की चाबी के संबंध में पूछना चालू किया जिस पर भयभीत होकर शालिनी ने लड़कियों को आलमारी की चाबी की जानकारी दी और उसे छोड़ देने की गुहार की । लड़कियां आलमारी में रखे नगद और ज्वेलरी लेकर फरार हो गईं । लड़कियों के जाने के बाद शालिनी ने प्रयास करते हुए स्वयं को दुपट्टे से आजाद कर आसपड़ोस के लोगों और पड़ोसी मुकेश अग्रवाल को घटना बताई ।
एसएसपी सदानंद कुमार के निर्देशानुसार तत्काल एक टीम ने सोनूमुड़ा जूटमिल जाकर नेहा और उसके साथियों के फोटोग्राफ्स और अन्य जानकारियां प्राप्त की जिसे सभी थाना प्रभारियों को शेयर कर शहर से भाग निकलने के रास्तों पर नाकेबंदी की गई वहीं चक्रधरनगर साइबर सेल की दूसरी टीम बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन को चेक कर रही थी जिन्होंने रेल्वे स्टेशन के पास संदिग्ध लड़कियों को शिवम होटल के पास घेराबंदी कर पकड़ा । पूछताछ में लड़कियों से अपना नाम नेहा शर्मा, ममता महंत और राखी चौहान सभी निवासी सोनूमुड़ा बताया है । घटना को लेकर मुख्य आरोपिया नेहा शर्मा ने बताया कि 3 दिन शालिनी अग्रवाल के घर काम करने के दौरान उसे शालिनी के अकेले होने और घर में जेवरातों की जानकारी मिल गई थी, उसने ही लूट का पूरा प्लान बनाकर मोहल्ले की राखी चौहान और ममता महंत के साथ इस लूट की प्लानिंग की थी। आरोपियों ने बताया कि लूट के बाद शिवम होटल में रुक कर अगली कोई भी ट्रेन से उड़ीसा की ओर भागने का इनका प्लान था, इससे पहले ही वे पुलिस के हाथ आ गई । चक्रधरनगर पुलिस लूट के अपराध में आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे लूट का अपराध कायम कर कार्रवाई कर रही है ।