छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ मीडिया शिक्षाविद् डॉ शाहिद अली को आज महाराष्ट्र के सांगली में प्रेस विरासत हरीशचंद्र मुखोपाध्याय सम्मान से अलंकृत किया। यह सम्मान डॉ अली को मीडिया शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान और नवोदित कलमकारों की पीढ़ी तैयार करने हेतु इंटेलेक्चुअल सोसाइटी आफ मीडिया प्रोमोटर्स ने वर्ष 2023 के लिए शांतिनिकेतन लोकविद्यापीठ सांगली में प्रदान किया।
डॉ शाहिद अली ने इस अवसर पर संबोधन में नई पीढ़ी के कर्मवीरों से आव्हान करते हुए कहा कि समाज की विभिन्न चिंताओं के बीच सबसे बड़ी जंग मीडिया की नैतिकता को बचाने की है। मीडिया का रूप रंग तेज़ी से बदल रहा है। नई तकनीकी और कार्पोरेट संस्थाओं ने युवाओं को मीडिया की तरफ खासा आकर्षित किया है।
मीडिया शिक्षण एवं शोध की नई परंपराओं ने भी युवा पीढ़ी को समृद्ध विचारों की ओर प्रोत्साहित किया है। इस मौके पर महाराष्ट्र राज्य स्वातंत्र्य सैनिक संघटना के अध्यक्ष विजय देशपांडे, सोसायटी के अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर, ग्राम सेवा मंडल वर्धा के अध्यक्ष कौशल मिश्र, मराठी की जानी मानी साहित्यकार सुश्री कांचन प्रसाद संगीत, डिप्टी चेयरमैन बुद्धदास मार्गे, शांति निकेतन लोक विद्यापीठ के निदेशक गौतम पाटिल सहित नगर के अनेक विद्वान, पत्रकार, समाजसेवी और स्वतंत्रता सेनानी मौजूद रहे।